
पाकिस्तान: भारत के वांटेड आतंकी अबु कताल की हत्या, हाफिज सईद के घायल होने की खबर
क्या है खबर?
पाकिस्तान में भारत में हमलों में शामिल एक और आतंकी की हत्या कर दी गई है। वहां झेलम में जमात-उद-दावा कमांडर और हाफिज सईद के भतीजे अबु कताल को मार गिराया गया है।
बीती रात करीब 8 बजे अज्ञात हमलावरों ने कताल के वाहन पर गोलीबारी की, जिसमें उसकी मौत हो गई। हमले में कताल के एक साथी की भी मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया है। खबर है कि हाफिज सईद भी घायल हुआ है।
परिचय
कौन था अबु कताल?
कताल हाफिज सईद का बेहद करीबी था और भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का मोस्ट वांटेड आतंकी था, जो कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल था।
हाफिज ने कताल को लश्कर-ए-तैयबा का चीफ ऑपरेशनल कमांडर बनाया था।
वह पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में बैठकर जम्मू-कश्मीर में हमले करवाता था।
2023 के राजौरी हमले में भूमिका NIA ने 5 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जिसमें कताल का भी नाम था।
हाफिज
रिपोर्ट्स में दावा- हाफिज सईद भी घायल हुआ
इस बीच खबरें आ रही हैं कि इसी हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद की भी हत्या कर दी गई है। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि सईद पाकिस्तानी सेना के कोर कमांडर मंगला से मुलाकात के बाद वापस लौट रहा था। हमले के बाद सईद को रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हाफिज सईद 26/11 मुंबई हमले और पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड है।
हमला
राजौरी हमले में शामिल रहा था कताल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के ढांगरी गांव में 1 जनवरी, 2023 को एक IED धमाका हुआ था। इसमें 2 बच्चों समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।
इसमें NIA ने कताल समेत लश्कर-ए-तैयबा के 3 पाकिस्तानी आतंकियों को आरोपी बनाया था। इनमें सैफुल्लाह उर्फ साजिद जट्ट, मोहम्मद कासिम और अबू कताल उर्फ कताल सिंधी शामिल थे।
आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में 2 लोगों को भी गिरफ्तार किया था।
रियासी हमला
रियासी हमले में भी थी कताल की भूमिका
पिछले साल 9 जून को तीर्थयात्रियों की एक बस रियासी स्थित शिवखोड़ी गुफा तीर्थ स्थल पर माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा रवाना हुई थी।
इसी दौरान घात लगाए बैठे आतंकियों ने बस पर गोलीबारी की, जिससे बस खाई में जा गिरी थी। इस हमले में 10 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 33 घायल हो गए थे।
इस हमले का एक मास्टरमाइंड भी अबु कताल ही था।