
एयर इंडिया के ऑडिट में निकली 51 सुरक्षा खामियां, पायलेट नहीं करते सही निगरानी
क्या है खबर?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने जुलाई में अपने ऑडिट में एयर इंडिया में 51 सुरक्षा खामियां मिली है। इनमें कुछ पायलटों के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण का अभाव, अस्वीकृत सिमुलेटरों का उपयोग और खराब रोस्टरिंग सिस्टम शामिल है। यह दावा रॉयटर्स ने एक सरकारी रिपोर्ट के आधार पर किया है। यह वार्षिक ऑडिट अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787 से संबंधित नहीं था, लेकिन इसका खुलासा ऐसे समय हुआ है, जब एयरलाइन दुर्घटना के बाद जांच में घिरी हुई है।
खामियां
7 गंभीर स्तर की खामियां दिखीं
DGCA की 11 पन्नों की गोपनीय ऑडिट रिपोर्ट में 7 'लेबल-I' के महत्वपूर्ण उल्लंघनों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें 30 जुलाई तक ठीक किया जाना आवश्यक है। इसके अलावा 44 अन्य खामियों को 23 अगस्त तक हल किए जाने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें बोइंग 787 और 777 पायलटों के लिए बार-बार प्रशिक्षण अंतराल मिला है। रिपोर्ट में कॉकपिट के उपकरणों की निगरानी में भी सही से नहीं करना बताया है।
सिमुलेटर
कमजोर गुणवत्ता के सिमुलेटर का किया इस्तेमाल
परिचालन और सुरक्षा संबंधी जोखिमों को चिह्नित करते हुए अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि एयर इंडिया ने कुछ तथाकथित श्रेणी C हवाई अड्डों के लिए उचित मार्ग मूल्यांकन नहीं किया। इन हवाई अड्डों के लिए ऐसे सिमुलेटर के साथ प्रशिक्षण आयोजित किया, जो योग्यता मानकों को पूरा नहीं करते थे। रॉयटर्स को दिए बयान में एयर इंडिया ने कहा कि वह निर्धारित समय सीमा के भीतर नियामक को अपना जवाब, सुधारात्मक कार्रवाइयों के विवरण के साथ प्रस्तुत करेगी।