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अपने भविष्य के लिए अपनी जमीन पर चलने वाले आतंकी संगठनों पर रोक लगाए पाकिस्तान- अमेरिका

अपने भविष्य के लिए अपनी जमीन पर चलने वाले आतंकी संगठनों पर रोक लगाए पाकिस्तान- अमेरिका

Oct 14, 2019
12:25 pm

क्या है खबर?

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की अहम बैठक से पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को अपनी जमीन पर चलने वाले आतंकी संगठनों पर रोक लगानी होगी और हाफिज सईद के साथ-साथ लश्कर के चार शीर्ष नेताओं पर मुकदमे चलाने होंगे। बता दें, FATF की बैठक में इस बात का फैसला लिया जाएगा कि आतंकी फंडिंग रोकने में असफल रहे पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट किया जाए या नहीं।

बयान

अपनी जमीन पर चलने वाले आतंकी संगठनों पर रोक लगाए पाक- अमेरिका

अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया ब्यूरो की प्रमुख एलिस वेल्स ने पाकिस्तान द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के चार शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का स्वागत करते हुए कहा कि लश्कर के हमलों के पीड़ित लोग इन्हें हाफिज सईद के साथ मुकदमा झेलते हुए देखना चाहते हैं। एलिस ने ट्विटर पर लिखा कि जैसा प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को अपने भविष्य के लिए अपनी जमीन पर चलने वाले आतंकी संगठनों पर रोक लगानी होगी।

गिरफ्तारी

पाक ने गिरफ्तार किए लश्कर के शीर्ष नेता

पाकिस्तान ने बीते सप्ताह दावा किया था कि उसने आतंकी फंडिंग के आरोप में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चार शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार किया है। इन आतंकियों की पहचान प्रोफेसर जफर इकबाल, याह्या अजीज, मुहम्मद अशरफ और अब्दुल सलेम के तौर पर हुई है। हालांकि, पाकिस्तान इन गिरफ्तारी को लेकर कितना गंभीर है, इस पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उसने पहले भी आतंकियों को गिरफ्तार कर उन पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें रिहा किया है।

मुश्किल में पाकिस्तान

FATF की ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान

आतंकी फंडिंग को लेकर FATF ने पिछले साल पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला था। उस समय पाकिस्तान को आतंकी फंडिंग रोकने के लिए अक्टूबर, 2019 तक का वक्त दिया गया था। अगर पाकिस्तान इस दौरान प्रभावी कदम नहीं उठा पाएगा तो उसे नॉर्थ कोरिया और ईरान के साथ ब्लैकलिस्ट में डाला जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लागू हो जाएंगे।

FATF

क्या है FATF?

FATF एक अंतर-सरकारी संस्था है, जिसकी स्थापना सन 1989 में हुई थी। इसका मकसद मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग समेत अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था के लिए दूसरों खतरों को रोकने के लिए कानूनी और दूसरे कदम उठाना है। यह समय-समय पर मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग और विनाश के हथियारों के प्रसार को रोकने के लिए अपनी सिफारिशें देती है। साथ ही यह उन सिफारिशों के लागू होने पर भी नजर रखती है। साल में तीन बार इसकी बैठक होती है।

आतंकवाद

सीमापार घुसपैठ को रोके पाकिस्तान, तभी कम होगा भारत के साथ तनाव- अमेरिका

अमेरिका ने पिछले महीने भी पाकिस्तान को खूंखार आतंकी मसूद अजहर और हाफिज सईद पर कानूनी कार्रवाई करने को कहा था। एलिस ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव का कम होना इस बात पर निर्भर करता है कि पाकिस्तान सीमापार घुसपैठ करने वाले आतंकियों पर कितनी गंभीरता से कार्रवाई करता है। बता दें, भारत ने भी पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए आतंक पर लगाम लगाने की बात कही है।