पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव कम करने पर बनी सहमति
क्या है खबर?
पाकिस्तान और ईरान के बीच सीमावर्ती क्षेत्र में उत्पन्न तनाव को कम करने पर सहमति बन गई है। हाल में ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए थे।
इसके जबाव में पाकिस्तान ने भी ईरान की सीमा के अंदर बलूच आतंकवादियों के कई ठिकानों पर मिसाइलें दागी। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ था।
अतंरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की थी।
रिपोर्ट
पाकिस्तान और ईरान के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बातचीत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी और उनके ईरानी समकक्ष होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन के बीच मौजूदा गतिरोध को लेकर फोन पर बातचीत हुई।
इस चर्चा के बाद आखिरकार दोनों दोनों नेताओं ने तनाव कम करने पर सहमति जाहिर की है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र (UN) और अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ईरान और पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया।
मामले में चीन ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है।
बयान
दोनों देशों ने अपने बयानों में क्या कहा?
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आतंकवाद का मुकाबला करने और आपसी चिंता के अन्य पहलुओं पर करीबी समन्वय को मजबूत किया जाना चाहिए। दोनों मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को कम करने पर भी सहमत हुए हैं।
ईरान के विदेश मंत्री अमीर-अब्दुल्लाहियन ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को बेअसर करने और उन्हें तबाह करने के लिए दोनों देशों का सहयोग जरूरी है।
राजदूतों
तनाव के बीच दोनों देशों में अपने-अपने राजदूतों को वापस बुलाया
हाल के हमलों के बाद ईरान और पाकिस्तान के बीच राजनयिक तनाव बढ़ गया था। इसके बाद पाकिस्तान और ईरान से अपने-अपने राजदूतों को वापस बुलाने का ऐलान किया है।
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने 8 फरवरी को होने वाले आम चुनावों को देखते हुए मामले में एक आपातकालीन सुरक्षा बैठक की थी।
काकर ने ईरान के बूलचिस्तान में किए हमले को देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन बताया था।
जानकारी
ईरान ने पाकिस्तान को हमले से पहले दी थी सूचना- रिपोर्ट
इस बीच ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ईरान ने 16 जनवरी को आतंकियों के ठिकानों पर मिसाइल हमले से पहले पाकिस्तानी सेना को इसकी पूर्व सूचना दी थी, लेकिन यह नहीं कहा था कि सूचना सार्वजनिक की जाएगी।
क्या है मामला
क्या है हमले का मामला?
16 जनवरी को ईरान ने बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश-अल-अदल के ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए थे। हमले में पाकिस्तान ने 2 बच्चों की मौत होने का दावा किया था।
इसके बाद 17 जनवरी को पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के पंजगुर इलाके में बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) के ठिकानों के निशाना बनाया।
ईरान ने कहा कि इन हमलों में 9 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, इनमें से कोई भी ईरान का नागरिक नहीं था।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
पाकिस्तान और ईरान करीब 909 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। दोनों देशों के बीच इस सीमा से व्यापार होता है, लेकिन अवैध घुसपैठ और तस्करी भी मुद्दा बनी हुई है।
1947 में जब पाकिस्तान बना तो ईरान पहला देश था, जिसने पाकिस्तान को मान्यता दी थी। पाकिस्तान ने अपना पहला दूतावास भी ईरान में ही खोला था।
दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध रहे हैं, लेकिन बीते कुछ सालों में इनमें कड़वाहट आई है।