ऑस्ट्रेलिया: मेलबर्न में खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर की दीवारों पर लिखे भारत विरोधी नारे
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में खालिस्तान समर्थकों के BAPS संस्था के एक मंदिर को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है।
खालिस्तानी तत्वों ने मेलबर्न के मिल पार्क में स्थित स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर कथित तौर पर भारत विरोधी और खालिस्तान के समर्थन वाले नारे लिख दिए।
बतौर रिपोर्ट्स, खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर की दीवारों पर 'भारत मुर्दाबाद' तक लिख दिया।
BAPS संस्था ने इस घटना की निंदा की है।
मामला
खालिस्तानी समर्थकों ने की भिंडरांवाले की तारीफ
खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर पर लिखे नारों में आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरांवाले की भी तारीफ की है।
भिंडरांवाले भारत से अलग होकर खालिस्तान नामक सिख देश बनाने का समर्थक था और 1984 में भारतीय सेना द्वारा अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में छिपे खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारा गया था।
बतौर रिपोर्ट्स, मंदिर की दीवारों पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ संदेश भी लिखे हुए थे।
बयान
बर्बरता और घृणा भरे हमलों से दुखी हैं- BAPS संस्था
BAPS संस्था ने स्वामीनारायण मंदिर को नुकसान पहुंचाए जाने के मामले की निंदा करते हुए कहा, "हम इस बर्बरता और घृणा भरे हमलों से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। हम शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना करते हैं और जल्द ही एक विस्तृत बयान जारी करेंगे।"
संस्था ने आगे कहा, "संस्था हमेशा सभी धर्मों और लोगों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और संवाद के लिए प्रतिबद्ध रही है। हम ने अधिकारियों को घटना से अवगत करा दिया है।"
निंदा
लिबरल पार्टी के सांसद ने भी की निंदा
ऑस्ट्रेलिया की लिबरल पार्टी के सांसद इवान मुल्होलैंड ने कहा, "मंदिर पर यह बर्बरता विक्टोरिया के शांतिपूर्ण हिंदू समुदाय के लिए, विशेषकर इस पवित्र समय के दौरान, बहुत परेशान करने वाली है।"
एक भारतीय पत्रकार अमित सरवाल ने मामले पर कहा, "मेलबर्न में रहने वाले हिंदू समुदाय ने पुलिस और सांसदों के पास एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। सांस्कृतिक मंत्री भी उसी जगह से ताल्लुक रखते हैं, जहां यह घटना हुई। यह सब पिछले साल से चल रहा है।"
पृष्ठभूमि
कनाडा में भी हुई थी ऐसी ही घटना
पिछले साल सितंबर में कनाडा के टोरंटो में भी BAPS संस्था के स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत के विरोध में और खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए थे।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई थी। हालांकि, किसी भी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली थी।
कनाडा के भारतीय उच्चायोग ने इस घटना पर आपत्ति जताते हुए कनाडा से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।