अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मिले प्रधानमंत्री मोदी, क्वाड सम्मेलन को भी किया संबोधित
अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की। व्हाइट हाउस में गर्मजोशी के बीच हुई इस मुलाकात में बाइडन ने कहा कि वो प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत कर खुश हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते और मजबूत होंगे और दोनों देशों के बीच साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने और विविधता के प्रति उनकी साझी प्रतिबद्धता के बारे में है। इसके बाद मोदी ने क्वाड बैठक में हिस्सा लिया।
गांधी के संदेश की आज सबसे ज्यादा जरूरत- बाइडन
अगले हफ्ते महात्मा गांधी की जयंती का जिक्र करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके अहिंसा, सम्मान और सहिष्णुता के संदेश की आज सबसे अधिक जरूरत है। बाइडन ने कहा, "भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते और मजबूत और करीब होंगे। मेरा मानना है कि इससे पूरी दुनिया को फायदा हो सकता है। हमारी साझेदारी, जो हम करते हैं, उससे कहीं अधिक है।" उन्होंने कहा कि वो भारत-अमेरिका के रिश्तों के इतिहास में नया अध्याय लिख रहे हैं।
दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में अगला दशक बदलाव का दौर होगा। उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों और परंपराओं का संदर्भ देते हुए कहा कि इनकी महत्वता बढ़ती ही जाएगी। बता दें कि इस साल जनवरी में बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। इससे पहले मोदी और बाइडन ने टेलीफोन पर बातचीत की थी और तीन वर्चुअल सम्मेलनों में एक साथ हिस्सा लिया था।
बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बैठक में बाइडन ने कोरोना महामारी, जलवायु परिवर्तन और क्वाड के मुद्दे पर बातचीत की। वहीं मोदी ने प्रतिभा, तकनीक और व्यापार आदि पर बातचीत की। दोनों नेताओं की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, NSA जेक सुलिवान और पर्यावरण पर विशेष दूत जॉन कैरी शामिल हुए। वहीं भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर, NSA अजित डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने हिस्सा लिया।
अफगानिस्तान के मुद्दे पर भी हुई चर्चा
बैठक के बाद विदेश सचिव श्रृंगला ने कहा कि दोनों देशों ने अफगानिस्तान में आतंकवाद का मुकाबला करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि इस संबंध में अफगानिस्तान में पाकिस्तान की भूमिका और एक निश्चित दृष्टिकोण के साथ उसे जारी रहने के संबंध में भारत-अमेरिका की चिंता स्पष्ट है। दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान के कुछ पड़ोसी देशों द्वारा आतंकवादी समूहों सहित देश में कुछ कट्टरपंथी तत्वों को दिए गए समर्थन पर भी विचार किया।"
बाइडन को भारत आने का न्यौता
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडन को भारत आने का न्यौता दिया है। मोदी ने कहा कि नई दिल्ली जल्द से जल्द और आपसी सहूलियत के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के लिए तत्पर है।
क्वाड सम्मेलन में भी शामिल हुए दोनों नेता
द्विपक्षीय बैठक के बाद दोनों नेताओं ने क्वाड समूह की बैठक में भाग लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बैठक की मेजबानी की थी। क्वाड समूह इस पहली इन-पर्सन बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जापानी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों के साथ हिस्सा लिया। इसे संबोधित करते हुए मोदी ने भरोसा जताया कि चार लोकतांत्रिक देशों का यह समूह एक ताकत के रूप में काम करेगा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ पूरी दुनिया में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करेगा।
मोदी बोले- मानवता के लिए साथ आए क्वाड के देश
मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, "क्वाड दुनिया की भलाई के लिए शक्ति के रूप में काम कर करेगा। आज दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है और हम क्वाड के जरिये मानवता के लिए साथ आए हैं। हमारी क्वाड वैक्सीन पहल से हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को बहुत फायदा होगा।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चारों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेगा।
बाइडन ने क्या कहा?
BBC के अनुसार, क्वाड सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए बाइडन ने कहा कि चार लोकतांत्रिक देश कोरोना महामारी से लेकर जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियों के मुकाबले के लिए एक साथ एक मंच पर आए हैं। इस समूह में लोकतांत्रिक देश साझेदार हैं, जो विश्व-विचार साझा करते हैं और भविष्य के लिए समान दृष्टि रखते हैं। वहीं ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त किया जाना चाहिए और विवादों को कानून के तहत हल होना चाहिए।