कौन हैं भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी, जिन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उतरने का ऐलान किया?
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया है। इससे पहले रिपब्लिकन पार्टी की भारतीय मूल की नेता निक्की हेली ने भी राष्ट्रपति चुनाव को लिए अपनी दावेदारी पेश की थी। इसका मतलब दुनिया के सबसे ताकतवर पद के लिए होने वाले इस चुनाव में इस बार रिपब्लिकन पार्टी की ओर से भारतीय मूल के दो अमेरिकी मैदान में होंगे। आइए विवेक रामास्वामी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं विवेक रामास्वामी
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी का परिवार केरल से अमेरिका जाकर बस गया था। उनके पिता एक इलेक्ट्रिक इंजीनियर और मां मनोचिकित्सक हैं। रामास्वामी की जन्म अमेरिका के ओहियो प्रांत के सिनसिनाटी शहर में हुआ था और उनकी पढ़ाई हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी से हुई है। 37 साल के रामास्वामी की शादी अपूर्वा तिवारी से हुई है, जो ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के वेक्सर मेडिकल सेंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर और सर्जन हैं।
अमेरिका में एक सफल बायोटेक उद्यमी हैं रामास्वामी
रामास्वामी अमेरिका में एक सफल बोयोटेक उद्यमी हैं और उन्होंने 2014 में 'रोइवेंट साइंसेज' की स्थापना की थी। उनकी कंपनी की बनाई पांच दवाइयां ऐसी हैं, जिन्हें फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) से अप्रूवल मिल चुका है। रामास्वामी साल 2015-16 में सबसे बड़े बायोटेक IPO का नेतृत्व भी कर चुके हैं। उन्होंने 2022 में 'स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट' नामक कंपनी की शुरुआत की थी, जो अर्थव्यवस्था के मामले में आम अमेरिकी नागरिकों की आवाज को बुलंद करती है।
अरबपति बिल एकमैन ने किया रामास्वामी की उम्मीदवारी का समर्थन
रिपब्लिकन पार्टी के नेता रामास्वामी ने अपनी दावेदारी के ऐलान के दौरान दिये इंटरव्यू में अवैध आप्रवासन से लेकर जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी। अमेरिकी अरबपति बिल एकमैन ने उनका समर्थन किया है। रामास्वामी एक लेखक भी हैं और उन्होंने दो किताबें, 'नेशन ऑफ विक्टिम्स: आइडेंटिटी पॉलिटिक्स, द डेथ ऑफ मेरिट एंड द पाथ बैक टू एक्सीलेंस और वोक इंक: इनसाइड कॉर्पोरेट अमेरिकाज सोशल जस्टिस स्कैम', लिखी हैं।
उम्मीदवारी का ऐलान करते हुए रामास्वामी ने क्या वादे किए?
रामास्वामी ने कहा, "यह सिर्फ एक राजनीतिक अभियान नहीं है। यह अमेरिकी लोगों की अगली पीढ़ी को एक नया सपना प्रदान करने के लिए एक सांस्कृतिक आंदोलन है।" उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय पहचान से जूझ रहे अमेरिका को उसका गौरव वापस लौटाएंगे, जिसने अमेरिका को जकड़ लिया है और "मनोवैज्ञानिक गुलामी" का राजनीतिक माहौल बना दिया है। इसके अलावा उन्होंने चीन पर अमेरिका की निर्भरता को कम करने का भी वादा किया है।
राष्ट्रपति की रेस में अब तक कौन-कौन उतरा?
रामास्वामी के अलावा भारतीय मूल की 51 वर्षीय निक्की हेली भी अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी पेश कर चुकी हैं। वह दो बार दक्षिण कैरोलिना राज्य की गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका की राजदूत भी रही हैं। रामास्वामी और हेली के अलावा रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी दावेदारी पेश कर रहे हैं। वह 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे थे।
5 नवंबर, 2024 को होगा राष्ट्रपति चुनाव
अमेरिका के अगले राष्ट्रपति का चुनाव 5 नवंबर, 2024 को होगा। वर्ष 2020 में हुए जनगणना पुनर्संयोजन में वोटों के पुनर्वितरण के बाद यह पहला राष्ट्रपति चुनाव होगा। बता दें कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति 20 जनवरी, 2025 को शपथ ले सकते हैं।
दोनों पार्टियां कैसे चुनेंगी अपने उम्मीदवार?
रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी दो तरीके से राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का चुनाव करती हैं- कॉकस और प्राइमरी। इनमें पार्टी का कोई भी सदस्य खड़ा हो सकता है। कॉकस में एक पार्टी के समर्थक एक जगह इकट्ठा होकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हैं और उम्मीदवारों की बात सुनने के बाद हाथ उठाकर उन्हें समर्थन देते हैं। प्राइमरी में बैलेट वोटिंग के जरिए उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। ज्यादातर राज्य प्राइमरी का उपयोग करते हैं।