स्वेज नहर में कैसे फंसा जहाज और इसे निकालने के लिए क्या किया जा रहा है?
क्या है खबर?
पिछले कुछ दिनों से एक विशालकाय कार्गो जहाज स्वेज नहर में फंसा हुआ है। इसके चलते अरबों रुपये का कारोबार रुका हुआ है और कई देशों में तेल और दूसरे सामानों की आपूर्ति में देरी हो रही है।
एवर गिवन नामक का यह कार्गो जहाज जापानी कंपनी का है, जिसका संचालन ताइवान की एक कंपनी कर रही है।
इस विमान के चालक दल में सभी सदस्य भारतीय हैं और वो सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
जानकारी
स्वेज नहर कहां है?
मिस्र की स्वेज नहर लाल और भूमध्य सागर को जोड़ती है।
दुनिया के सबसे व्यस्त कारोबारी मार्गों में से एक स्वेज नहर वैश्विक कारोबार को आसान बनाने का काम करती है।
इससे समुद्री जहाजों का हजारों किलोमीटर का सफर बच जाता है और एशिया से यूरोप जाने वाले जहाजों को अफ्रीका घूमकर नहीं जाना पड़ता।
वैश्विक कारोबार का 12 प्रतिशत हिस्सा इस मार्ग से होता है और रोजाना कई हजार कंटेनर इस नहर से होकर गुजरते हैं।
सफर
चीन से नीदरलैंड जा रहा था एवर गिवन जहाज
यह विशालकाय जहाज चीन से नीदरलैंड के रोटर्डम के लिए रवाना हुआ था।
इस जहाज के आकार की बात करें तो इसकी लंबाई 400 मीटर और चौड़ाई 59 मीटर है। स्वेज नहर से गुजरने के लिए कोई जहाज इससे बड़ा नहीं हो सकता। अगर इसे सीधा खड़ा किया जाए तो इसकी ऊंचाई एफिल टॉवर से भी ज्यादा होगी।
इसकी मालिक कंपनी जापान की सोई किसेन है, लेकिन ताईवान का एवरग्रीन समूह लीज पर लेकर इसका इस्तेमाल कर रहा है।
कारण
नहर में कैसे फंसा जहाज?
बड़े कार्गो जहाज दुर्घटना से बचने के लिए एक-एक कर स्वेज नहर को पार करते हैं।
एवर गिवन जहाज के चालक दल के सदस्यों ने बताया कि मंगलवार को हवा के तेज बवंडर के कारण जहाज घूम गया और यह नहर के दोनों किनारों के बीच फंसकर खड़ा हो गया।
इसके कारण नहर से गुजरने के लिए इसके पीछे खड़े सभी जहाज वहीं फंस गए हैं। जानकारी के अनुसार, लगभग 150 जहाजों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।
असर
इससे कारोबार पर क्या असर पड़ रहा है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जहाज के नहर में फंसने से वैश्विक कारोबार को हर घंटे लगभग 2,800 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
अगर इस जहाज को जल्दी नहीं हटाया जाता है तो रास्ता पार करने के इंतजार में खड़े अन्य समुद्री जहाजों को अफ्रीका महाद्वीप का चक्कर लगाते हुए यूरोप जाना पड़ेगा।
इसमें समय के साथ-साथ ईंधन भी ज्यादा लगेगा, जिससे यात्रा का खर्च बढ़ेगा। साथ ही जरूरी सामानों की आपूर्ति पर भी असर पड़ेगा।
प्रयास
जहाज को हटाने के लिए क्या किया जा रहा है?
नहर में फंसे विशालकाय जहाज को हटाने के लिए टग बोट्स (धक्का देने वाली नौकाएं) तैनात की गई हैं। इनकी मदद से जहाज थोड़ा हिला है, लेकिन हटाने में अभी लंबा वक्त लगेगा।
इसके अलावा जहाज को हल्का करने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए इस पर लदे हजारों कंटेनरों और इसमें भरे गए ईंधन को खाली किया जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि इन सब में कई दिनों का समय लग सकता है।
माफी
जहाज के मालिक ने माफी मांगी
इस घटना के के लिए जहाज की मालिक कंपनी के प्रमुख ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि इस घटना के चलते कई अन्य जहाजों के आवागमन पर असर पड़ा है और वो इसके लिए माफी मांगते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी जहाजों और उनका चालक दल के सदस्यों की गलती के कारण एवर गिवन नहर में फंसा है। वो जहाज को निकालने के काम में जुटी एजेंसियों और स्थानीय अधिकारियों का सहयोग कर रहे हैं।