कब-कब यात्री विमानों को बनाया गया मिसाइल से निशाना?
ईरान में बुधवार को हुए विमान हादसे में 176 लोगों की मौत हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शक जताया है कि इस विमान को गलती से निशाना बनाया गया हो सकता है। वहीं कनाडा और ब्रिटेन ने कहा है कि उन्हें मिली जानकारी से संकेत मिले हैं कि इस विमान पर मिसाइसल दागी गई थी। आइये, पिछले चार दशकों की ऐसी घटनाओं पर एक नजर डालते हैं, जिनमें यात्री विमानों को मिसाइल से निशाना बनाया गया था।
यूक्रेन: 298 लोगों की हुई थी मौत
17 जुलाई, 2017 को एमस्टर्डम से कुआलांलपुर जा रही मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट MH17 को पूर्वी यूक्रेन के ऊपर निशाना बनाया गया था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 298 लोगों की मौत हो गई थी। पूर्वी यूक्रेन पर नियंत्रण के लिए संघर्ष कर रहे रूस समर्थित अलगाववादियों और कीएफ प्रशासन ने इस हमले के लिए एक-दूसरे को निशाना बनाया था। पिछले साल इस मामले में रूस सशस्त्र बल के तीन कर्मचारियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सोमालिया: 11 लोगों की मौत
23 मार्च, 2007 को बेलारूस एयरलाइंस के कार्गो एयरक्राफ्ट इल्यूशिन II-76 पर सोमालिया की राजधानी मोगादिशू से उड़ान भरते ही मिसाइल दागी गई। इस हमले में विमान में सवार सभी 11 इंजीनियर और टेक्नीशियन मारे गए थे। बेलारूस के रहने वाले ये सभी इंजीनियर और टेक्नीशियन हादसे से दो सप्ताह पहले मिसाइल हमले का शिकार हुए एक दूसरे विमान की मरम्मत के लिए मोगादिशू आए थे। जैसे ही इन्होंने उड़ान भरी, इन पर हमला हो गया।
काला सागर: 78 लोगों की मौत
4 अक्टूबर, 2001 को तेल अवीव से साइबेरिया के नोवोसिबिर्स्क जा रही रूसी उड़ान सिबिर टुपोलेव-154 में काला सागर पर विस्फोट हो गया। हादसे के वक्त यह विमान क्रीमिया के तट से लगभग 300 किलोमीटर दूर था। सप्ताह भर बाद यूक्रेन ने माना कि उसके द्वारा गलती से दागी गई मिसाइल लगने से विमान हवा में नष्ट हुआ था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 78 यात्री मारे गए थे।
ईरान: 290 लोगों की मौत
3 जुलाई, 1988 को ईरान एयर का एयरबस A-300 विमान बांदार अब्बास से दुबई जा रहा था। उड़ान के दौरान अरब की खाड़ी के एक हिस्से में तैनात अमेरिकी बेड़े USS Vincennes ने इसे लड़ाकू विमान समझकर इस पर मिसाइस से हमला कर दिया था। इससे विमान में सवार 66 बच्चों समेत 290 लोगों की मौत हो गई थी। अमेरिका ने इस लापरवाही के लिए ईरान को लगभग 102 मिलियन डॉलर का मुआवजा दिया था।
रूस: मारे गए थे 269 लोग
यह 1 सितंबर, 1983 की घटना है। साउथ कोरिया की कोरियन एयरलाइंस का बोइंग 747 विमान रूस के साखालिन द्वीप के ऊपर से उड़ान भर रहा था। कहा जाता है कि अचानक से दिशा बदलने के कारण सोवियत के जंगी जहाजों ने इस विमान पर हमला कर दिया। इससे विमान में सवार सभी 269 लोग मारे गए। घटना के कुछ दिन बाद सोवियत अधिकारियों ने यह माना कि उनके जंगी जहाजों ने कोरियन एयरलाइंस के विमान को निशाना बनाया था।
सिनाई मरूस्थल: 108 लोगों की मौत
21 फरवरी, 1973 को लिबियाई एयरलाइन का बोइंग 727 विमान त्रिपोली से मिस्त्र की राजधानी कायरो जा रहा थी। उड़ान के बीच में सिनाई मरूस्थल के ऊपर इजरायल के जंगी जहाजों ने इस पर हमला कर दिया। यह विमान उस समय इजरायल के कब्जे वाले सिनाई में स्थित सैन्य अड्डों के ऊपर से उड़ान भर रहा था। जब विमान ने लैंड करने से मना कर दिया तो इजरायल ने इसे मार गिराया। इसमें 108 लोगों की मौत हुई थी।