अमेरिका से भारत लाए गए अवैध प्रवासियों का दावा, हाथ-पैर में जंजीर बांधकर विमान में बैठाया
क्या है खबर?
अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीय नागरिक बुधवार को अमृतसर पहुंच गए। यहां पहुंचने पर उन्होंने दावा किया कि उनको कैदियों की तरह सैन्य विमान से लाया गया है।
निर्वासित लोगों में शामिल पंजाब के गुरदासपुर निवासी 36 वर्षीय जसपाल सिंह ने बताया कि उनको कई दिनों तक हिरासत में रखा गया था और हाथ-पैर में जंजीर बांधकर सैन्य विमान में बैठाया गया।
उन्होंने बताया कि अमृतसर पहुंचने के बाद ही उनकी बेड़ियां खोली गईं थीं।
प्रवासी
11 दिन के लिए हिरासत में रखा गया- जसपाल
जसपाल ने मीडिया को बताया, "हमें लगा कि हमें दूसरे शिविर में ले जाया जा रहा है। फिर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें भारत ले जाया जा रहा है। हमें हथकड़ी लगाई थी और हमारे पैरों में जंजीरें बंधी थीं। अमृतसर हवाई अड्डे पर इन्हें खोला गया। वापस घर भेजे जाने से पहले 11 दिनों तक अमेरिका में हिरासत में रखा गया था।"
जसपाल को 24 जनवरी को मैक्सिकन सीमा पर अमेरिकी सीमा गश्ती दल ने पकड़ा था।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोले अमेरिका से निर्वासित जसपाल
हमें पता नहीं था कि हमें भारत ले जाया जा रहा है।
— Govind Pratap Singh | GPS (@govindprataps12) February 6, 2025
हमें लगा कि हमें दूसरे कैंप या डिटेंशन सेंटर में ले जाया जा रहा है।
हमारे हाथ-पैर हथकड़ी और बेड़ियों में बंधे हुए थे।
- अमेरिका से डिपोर्ट किए गए जसपाल सिंह
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खंडन
केंद्र सरकार ने ऐसे दावों का खंडन किया
जसपाल का बयान आने से पहले केंद्र सरकार ने ऐसे दावों का खंडन किया था।
बुधवार को प्रेस सूचना ब्यूरो फैक्ट चेक टीम ने एक्स पर एक खबर साझा करते हुए उसे भ्रामक बताया, जिसमें भारतीय प्रवासियों के निर्वासन के दौरान हाथ में हथकड़ी और पैरों में जंजीर बंधी थी।
सरकार ने बताया कि यह तस्वीर वास्तव में ग्वाटेमाला के नागरिकों की थी, भारतीयों की नहीं।
जसपाल का बयान सामने आने के बाद अमेरिका पर सवाल उठ रहे हैं।
निर्वासन
पहले जत्थे में भारत पहुंचे हैं 104 भारतीय
अमेरिका ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अपनी नीति के तहत पहले जत्थे में 104 भारतीय नागरिकों को भारत भेजा, जो बुधवार को अमृतसर पहुंचे हैं।
इनमें 33 हरियाणा से, 33 गुजरात से , 30 पंजाब से, 3-3 महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और 2 चंडीगढ़ से हैं।
निर्वासित लोगों में 19 महिलाएं और 13 नाबालिग हैं, जिनमें एक चार साल का लड़का और 5-7 साल की 2 लड़कियां हैं।
अमेरिका ने 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों की सूची तैयार की है।