पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की बढ़ी मुश्किलें, तोशखाना मामले में केस चलेगा
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) प्रमुख इमरान खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बुधवार को इस्लामाबाद की एक कोर्ट ने तोशखाना मामले में इमरान पर केस चलाने की मंजूरी दे दी। इसमें उन पर राज्य के उपहारों को छिपाने और बेचने का आरोप है। चुनाव आयोग के आदेश के बाद अगस्त, 2022 में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने इमरान के खिलाफ ये मामला दायर किया था।
कोर्ट ने तोशखाना मामले में तय किये आरोप
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की गिरफ्तारी के बाद आज इस्लामाबाद कोर्ट ने तोशखाना मामले में उनके ऊपर आरोप तय किए। कोर्ट ने माना कि तोशखाने में रखी सरकारी संपत्ति का इमरान ने निजी फायदे के लिए उपयोग किया। इससे पहले कोर्ट ने मामले में इमरान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था, जिसके बाद इस्लामाबाद पुलिस इमरान को गिरफ्तार करने लाहौर स्थित उनके घर पहुंची थी, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई थी।
क्या है तोशखाना मामला?
इमरान पर प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान विदेशी सरकारों से मिले बेशकीमती उपहारों में से कुछ को अपने पास रखने या बेचने का आरोप है। यह सभी उपहार पाकिस्तानी सरकार की संपत्ति होते हैं, जिन्हें तोशखाने में रखा जाता है। इमरान ने अपने कार्यकाल के दौरान मिले उपहारों की जानकारी का खुलासा करने से भी मना कर दिया था और कहा था कि ऐसा करने से अन्य देशों के साथ संबंधों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
इमरान पर उपहारों से 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2018 में सत्ता में आए इमरान को विदेश यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ रुपये के 58 उपहार मिले थे। इस दौरान इमरान ने 2.15 करोड़ रुपये में कुछ महंगे उपहारों को तोशखाने से खरीदा था और इन्हें बेचकर 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा लिया। इन उपहारों में एक ग्राफ घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार महंगी घड़ियां शामिल थीं।
इमरान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन
मंगलवार को पाकिस्तान रेंजर्स ने अल-कादिर ट्रस्ट से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में इमरान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के परिसर से गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद देशभर में उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं। पेशावर और इस्लामाबाद में हिंसक प्रदर्शन भी देखने को मिले हैं। प्रदर्शनकारियों ने सेना के मुख्यालय पर हमला किया और लाहौर के गर्वनर के हाउस में आगजनी की। हिंसक प्रदर्शन में अब तक यहां 8 लोगों की मौत हो चुकी है।