#NewsBytesExplainer: क्या है तोशखाना से संबंधित पूरा मामला, जिसमें इमरान खान हो सकते हैं गिरफ्तार?
क्या है खबर?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) प्रमुख इमरान खान मुश्किलों में घिरते हुए दिख रहे हैं।
पाकिस्तान की एक कोर्ट ने तोशखाना मामले में इमरान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है, जिसके बाद इस्लामाबाद पुलिस रविवार को लाहौर स्थित उनके घर पहुंची थी। हालांकि, पुलिस इमरान को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
आइए समझते हैं कि यह पूरा मामला क्या है और अब तक इसमें क्या-क्या हुआ है।
मामला
क्या है तोशखाना मामला?
इमरान खान पर प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान विदेशी सरकारों से मिले बेशकीमती उपहारों में से कुछ को अपने पास रखने या बेचने का आरोप है। यह सभी उपहार पाकिस्तानी सरकार की संपत्ति होते हैं, जिन्हें तोशखाने में रखा जाता है।
इमरान ने कार्यकाल के दौरान मिले उपहारों की जानकारी का खुलासा करने से भी मना कर दिया था और कहा था कि ऐसा करने से अन्य देशों के साथ संबंधों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
मामला
कैसे सामने आया था तोशखाना मामला?
तोशखाना मामला अगस्त, 2022 में सामने आया था जब पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने इमरान के खिलाफ मामला दायर किया था।
सरकार ने दावा किया था कि इमरान ने तोशखाने में रखे गए उपहारों के बारे में जानकारी का खुलासा नहीं किया और कुछ उपहारों को अवैध रूप से बेच दिया था। इसके बाद इमरान ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सफाई पेश की थी।
प्रतिबंध
चुनाव आयोग ने मामले में क्या कार्रवाई की?
इमरान ने चुनाव आयोग को लिखे अपने पत्र में चार उपहारों को बेचने की बात स्वीकार की थी। हालांकि, इमरान ने कहा था कि उन्होंने सरकार को उपहारों के मूल्य का कुछ प्रतिशत चुका दिया था।
चुनाव आयोग ने अपनी जांच में पाया था कि इमरान ने झूठे दावे और गलत घोषणाएं की थीं, जिसके बाद पांच साल के लिए इमरान के किसी भी सार्वजनिक पद को संभालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
हिंसा
चुनाव आयोग के फैसले के बाद क्या हुआ?
चुनाव आयोग के फैसले के बाद PTI कार्यकर्ताओं ने देशभर में आयोग के कार्यालयों के सामने भारी विरोध-प्रदर्शन किया था। इन प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भी हुई थी और प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई।
इसके बाद इमरान के खिलाफ हिंसा भड़काने का केस दर्ज किया गया था। उन पर आरोप लगा था कि चुनाव आयोग द्वारा तोशखाना मामले में उन्हें अयोग्य ठहराए जाने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भड़काया था।
पेशी
गिरफ्तारी से संबंधित मौजूदा मामला क्या है?
मामले में 28 फरवरी को इमरान खान की कोर्ट के सामने पेशी होनी थी और उनके वकीलों ने उन्हें पेशी से छूट देने की मांग की थी। उन्होंने दलील दी थी कि उन्हें अन्य मामलों में दूसरी कोर्ट में पेश होना है।
हालांकि, कोर्ट ने इमरान की याचिका को खारिज करते हुए उनके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, इमरान के खिलाफ कार्रवाई को इससे पहले भी दो बार टाला जा चुका है।
कार्रवाई
गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद क्या हुआ?
इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को बताया गया था कि वह घर पर मौजूद नहीं हैं, जिसके बाद पुलिस लौट गई।
इसके बाद इमरान ने पाकिस्तान सरकार और खुफिया एजेंसी ISI पर निशाना साधा। उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने समर्थकों को घर के पास जमा कर लिया है, जो लगातार नारेबाजी कर रहे हैं।
इमरान ने पिछले दिनों जेल भरो आंदोलन भी शुरू किया था और उनकी पार्टी के कई नेता जेल में हैं।
सुरक्षा
इमरान का मामले पर क्या कहना है?
इमरान ने पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल को पत्र लिखकर अपनी जान का खतरा बताया है। उन्होंने उनकी हत्या किए जाने के संभावित प्रयासों के चलते कोर्ट में पेशी के दौरान पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग भी की है।
इमरान ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री होने के बावजूद उन्हें उचित सुरक्षा नहीं दी जा रही है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ उनकी हत्या का असफल प्रयास कर चुके हैं। उन्होंने आरोपों को नकारा है।
मामला
विपक्ष ने साधा इमरान पर निशाना
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की नेता मरियम नवाज ने इमरान पर गिरफ्तारी से बचने के लिए बहाने ढूंढने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ बहुत बहादुर व्यक्ति हैं क्योंकि उन्होंने खराब स्थिति में भी जेल का सामना किया था, जबकि इमरान कभी भी जेल नहीं गए हैं।
मरियम ने कहा कि इमरान का जेल भरो आंदोलन इतिहास का सबसे असफल आंदोलन था।