
WHO का अनुमान- कोरोना के कारण जान गंवा चुके होंगे 1.80 लाख स्वास्थ्यकर्मी
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का अनुमान है कि कोरोना संक्रमण के कारण दुनियाभर में 80,000 से लेकर 1,80,000 तक स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हो चुकी है।
संगठन ने वायरस के प्रसार को देखते हुए उनमें थकान और बेचैनी की भी चेतावनी दी है। संगठन ने इन मौतों को 'दुखद नुकसान' करार दिया है।
ये आंकड़े जनवरी, 2020 से लेकर इस साल मई तक के हैं, जिस दौरान दुनियाभर में लगभग 35 लाख मौतें हुई थीं।
कोरोना संकट
संगठन ने मौतों को बताया अपूरणीय क्षति
स्वास्थ्यकर्मियों की मौत के आंकड़े जारी करते हुए संगठन ने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में ये अपूरणीय क्षति है।
2019 के अंत में कोरोना के पहले मरीज के सामने आने के बाद से ही स्वास्थ्यकर्मी महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात हैं। कई देशों में जहां महामारी के कारण सब कुछ बंद हो गया था, वहीं स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात मेहनत कर संक्रमण को काबू करने की कोशिशों में लगे हुए थे।
कोरोना संकट
अभी तक 40 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी ही हुए पूरी तरह वैक्सीनेट
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि कई देशों ने वैक्सीनेशन में स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता दी है, लेकिन वैक्सीन के असमान वितरण के कारण दुनिया के करीब 40 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी ही पूरी तरह वैक्सीनेट हो पाए हैं।
संगठन के हेल्थ वर्कफोर्स डिपार्टमेंट के निदेशक जिम कैंपबेल ने कहा, "हमारे ऊपर सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बचाने, उनके अधिकार सुनिश्चित करने और काम करने के लिए उन्हें बेहतर माहौल प्रदान करने की जिम्मेदारी है। इसमें वैक्सीन तक उनकी पहुंच भी शामिल है।"
असमानता
स्वास्थ्यकर्मियों के वैक्सीनेशन में भारी असमानता
WHO ने बताया कि इस साल सितंबर तक 119 देशों से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि अफ्रीका और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के देशों में केवल 10 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों को ही वैक्सीन की दोनों खुराकें लग पाई हैं, जबकि 22 सबसे अमीर देशों ने अपने 80 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों को पूरी तरह वैक्सीनेट कर दिया है।
कई उच्च आय वाले देशों ने अभी तक आंकड़े मुहैया नहीं कराए हैं, जिस कारण उनकी वैक्सीन कवरेज का पता नहीं चल पाया है।
बयान
संगठन ने कहा- खतरों को कम करने की जरूरत
संगठन ने अपने बयान में कहा कि समय के साथ स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण और मौतों की संख्या कम हुई है, लेकिन इससे संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता। कार्यस्थलों पर संक्रमण के खतरे को न्यूनतम करने के लिए अभी और काम करने की जरूरत है।
संगठन ने कहा है कि सरकारों को स्वास्थ्यकर्मियों में कोरोना संक्रमण की निगरानी और रिपोर्टिंग को मजबूत करने और उन्हें काम के लिए सुरक्षित वातावरण देने की दिशा में काम करना चाहिए।
कोरोना वायरस
दुनियाभर में महामारी की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 24.25 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 49.30 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 4.53 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 7.33 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
भारत में अब तक 3.41 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 4.53 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।