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ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल की उम्र में निधन
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन।

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल की उम्र में निधन

Sep 08, 2022
11:59 pm

क्या है खबर?

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया। वह 96 साल की थीं और पिछले कई महीनों से बीमार थी। उन्होंने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में अंतिम सांस ली। बंकिघम पैलेस की ओर से यह जानकारी दी गई है। इससे पहले उनकी हालत को देखते हुए चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया था और उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखकर चिकित्सकों ने भी चिंता जताई थी। महारानी के परिवार के लोग भी बाल्मोरल कासल पहुंच गए हैं।

बयान

बकिंघम पैलेस ने क्या जारी किया बयान?

बकिंघम पैलेस की ओर से जारी संक्षिप्त बयान में कहा गया है, "आज दोपहर बाल्मोरल में महारानी एलीजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया है।" इससे पहले पैलेस ने कहा था, "सुबह की गई स्वास्थ्य जांच के बाद महारानी के उपचार में जुटे डॉक्टर उनके स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित हैं। उन्होंने चिकित्सकीय देखरेख में रखने की सिफारिश की गई है। उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स और पोते प्रिंस विलियम भी वहां के लिए रवाना हो गए हैं।"

जानकारी

प्रिंस चार्ल्स करेंगे श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अगुवाई

महारानी के निधन के बाद अब उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स को ब्रिटेन का नया महाराज नियुक्त किया जाएगा। वह राष्ट्रमंडल देशों के नए राष्ट्राध्यक्ष के रूप में महारानी का अंतिम संस्कार करेंगे और श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अगुवाई भी करेंगे।

बीमारी

पिछले साल अक्टूबर से बीमार थीं महारानी

महारानी कथित तौर पर जुलाई से स्कॉटलैंड में गर्मियों की छुट्टी पर थीं और पिछले साल अक्टूबर से उन्हें चलने और खड़े होने में परेशानी हो रही थी। इसी के चलते ही पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को भी बकिंघम पैलेस की जगह स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल पहुंचकर अपना इस्तीफा देना पड़ा था। इसी तरह महारानी ने बुधवार को डॉक्टरों की आराम करने की सलाह के बाद अपन प्रिवी काउंसिल की बैठक को रद्द कर दिया था।

जानकारी

सबसे ज्यादा उम्र तक जिंदा रहने वाली महारानी

एलिजाबेथ द्वितीय सबसे ज्यादा उम्र तक जिंदा रहने वाली महारानी रहीं। 81 साल की उम्र में दिवंगत हुईं क्वीन विक्टोरिया दूसरे स्थान पर रहीं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस के मुताबिक, एलिजाबेथ की राष्ट्रमंडल समूह के सबसे ज्यादा देशों के सिक्कों पर तस्वीर रही हैं।

पृष्ठभूमि

70 साल तक संभाली ब्रिटेन की सत्ता

महारानी ने करीब 70 सालों तक ब्रिटेन की सत्ता संभाली है। 21 अप्रैल, 1926 को जन्मी एजिलाबेथ ने 6 फरवरी, 1952 को केन्या दौरे के दौरान पिता किंग जॉर्ज की मौत के बाद महारानी के रूप में सत्ता संभाली थी। इसके बाद 6 फरवरी, 2012 को शासन के 60 साल पूरे होने पर उन्होंने डायमंड जुबली मनाई थी। 9 सितंबर, 2015 को वह ब्रिटेन में सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली पहली महिला बनी थीं।

निधन

पिछले साल हुआ था पति का निधन

महारानी एलिजाबेथ की शादी प्रिंस फिलिप के साथ 20 नवंबर, 1947 को हुई थी और इसके लगभग पांच साल बाद ही एलिजाबेथ महारानी बन गई थीं। उनके चार बच्चे, आठ पोता-पोती और 10 पड़पोता-पड़पोती हैं। फिलिप 2017 में शाही कर्तव्यों से रिटायर हो गए थे और उनका पिछले साल 9 अप्रैल, 2021 को 99 साल की उम्र में निधन हो गया था। वह भी काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

दौरा

महारानी ने तीन बार किया था भारत का दौरा

महारानी एलिजाबेथ ने 1961, 1983 और 1997 में भारत का दौरा किया था, लेकिन भारत की आजादी के करीब 15 साल बाद उनकी पहली यात्रा सबसे शानदार थी। भारत पहुंचने के बाद एलिजाबेथ उस स्थान पर (राजघाट) भी गई जहां महात्मा गांधी का अंतिम संस्कार किया गया था। वहां पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने अपनी सैंडल को निकाल कर अंदर प्रवेश किया। प्रिंस फिलिप ने भी ठीक ऐसा ही किया था।

इतिहास

कैसे महारानी बनीं थीं एलिजाबेथ द्वितीय?

साल 1936 में ब्रिटेन के राज जार्ज पंचम की मौत हो गई थी। उनके बाद शाही गद्दी पर उनके सबसे बड़े बेटे डेविड को बैठाया गया था और उन्होंने अपना शाही नाम एडवर्ड अष्टम रखा था। एडवर्ड ने एक तलाकशुदा अमेरिकी महिला से शादी की थी, जिसके कारण उनका भारी विरोध हुआ और आखिरकार उनको गद्दी छोड़नी पड़ी। इसके बाद एलिजाबेथ के पिता अल्बर्ट गद्दी पर बैठे। जिनकी मौत के बाद एलिजाबेथ महारानी बनीं।

शोक

किस तरह से शोक मनाएगी ब्रिटिश सरकार?

महारानी के निधन के बाद बकिंघम पैलेस के दरवाजे पर शोक के कपड़े पहने एक सेवक नजर आएगा। वह गुलाबी बजरी और काली धारी के साथ दरवाजे पर नोटिस लगाएगा। इसके साथ ही महल की वेबसाइट एक शोक संदेश में बदल जाएगी। इसके अलावा सभी न्‍यूजरीडर्स को ब्‍लैक सूट और ब्‍लैक टाई पहननी होगी। सभी कार्यक्रमों को रोके जाएंगे। यूनाइटेड किंगडम (UK) की संसद के साथ ही स्‍कॉटलैंड, वेल्‍स और नॉर्दन आयरलैंड की संसद को भी स्‍थगित कर दिया जाएगा.