जॉर्डन में अमेरिकी सैनिकों की मौत से भड़के राष्ट्रपति बाइडन, कहा- हमलों का जवाब दिया जाएगा
सीरियाई सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में अमेरिका की सैन्य चौकी पर रातभर हुए ड्रोन हमलों पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इन हमलों का करारा जवाब दिया जाएगा। बाइडन ने इन हमलों के लिए ईरान समर्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है। इस हमले के बाद रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों ने ईरान समर्थित आतंकी संगठनों के खिलाफ बाइडन सरकार की रणनीतियों की आलोचना की और इसे विफल करार दिया।
अमेरिका की 3 सैन्य चौकियों को बनाया गया था निशाना
सीरियाई सीमा के पास जॉर्डन में शनिवार को टावर 22 को निशाना बनाया गया। यहां 3 अमेरिकी सैन्य चौकियों पर 4 अलग-अलग ड्रोन हमले किये गए थे, जिनमें बड़ी संख्या में सैनिक हताहत हुए हैं। अमेरिका इस बात की जांच कर रहा है कि सैन्य चौकी पर तैनात एयर डिफेंस सिस्टम ड्रोन हमलों को कैसे नहीं रोक पाए। अमेरिका के रक्षा विभाग के अनुसार, इस चौकी पर अमेरिकी सेना और वायु सेना के लगभग 350 जवान तैनात हैं।
बाइडन ने हमले पर क्या बोला?
बाइडन ने कहा, "आज का दिन अमेरिका के लिए दुखद है। कल रात, सीरिया की सीमा के पास उत्तर-पूर्व जॉर्डन में तैनात हमारे बलों पर एक मानवरहित हवाई ड्रोन हमले के दौरान 3 अमेरिकी सैनिक मारे गए और कई घायल हो गए।" उन्होंने आगे कहा, "हम हमलों के सबूतों का पता लगा रहे। हम जानते हैं कि यह सीरिया और इराक में सक्रिय ईरान समर्थित कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों द्वारा किया गया था।"
बाइडन ने बदला लेने की खाई कसम
बाइडन ने बदला लेने की कसम लेते हुए कहा, "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ जारी रखेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस हमले के पीछे जिसका भी हाथ है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। उसे जल्द ही इसका जवाब देना होगा और यह हम जल्द ही तय करेंगे।" हमले पर अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा, "हम अमेरिका, हमारे सैनिकों और हमारे हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे।"
रिपब्लिकन के निशाने पर आए बाइडन
रिपब्लिकन पार्टी ने बाइडन प्रशासन पर हमला करते हुए मध्य-पूर्व में ईरानी प्रॉक्सी समूहों के खिलाफ हवाई हमलों की उसकी नीति को विफल करार दिया। सांसद लिंडसे ग्राहम ने कहा, "रक्षा मंत्री ऑस्टिन इस क्षेत्र में अमेरिकी सेना के खिलाफ आक्रामकता को रोकने में विफल रहे हैं। अब ईरान पर हमला करने की जरूरत है।" एक अन्य सांसद टिम स्कॉट ने कहा, "ईरान का तुष्टीकरण अब खत्म होना चाहिए और उसके खिलाफ फैसला लेना चाहिए।"
इजरायल-हमास युद्ध के बाद से अमेरिकी चौकियों पर हुए 158 हमले
बता दें कि मध्य-पूर्व में इजरायल-हमास युद्ध जारी है। इस दौरान अमेरिका की सैन्य चौकियों पर इराक-सीरिया में करीब 158 हमले हुए हैं और उन पर मिसाइलों, रॉकेट और ड्रोनों से हमला किया गया है। इन हमलों में कई अमेरिकी सैनिक घायल हुए हैं और कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, इजरायल-हमास युद्ध के बाद से यह पहली बार है कि मध्य-पूर्व में अमेरिका का कोई सैनिक मारा गया हो।