OpenAI तस्वीरों और टेक्स्ट के लिए लाएगी नए टूल्स, चुनावों में झूठी सूचनाएं रोकना है प्रयास
इस साल भारत और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI कुछ कदम उठाने जा रही है ताकि उसके उत्पादों का झूठी सूचनाएं फैलाने के लिए इस्तेमाल न हो। OpenAI ने कहा कि चुनावों की अखंडता बनाए रखना जरूरी है और कंपनी यह सुनिश्चित करेगी कि उसकी टेक्नोलॉजी का चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने के लिए उपयोग न किया जाए।
कंपनी लाएगी ये टूल्स
कंपनी ने कहा कि यूजर्स ChatGPT के जरिये रियल-टाइम जानकारी हासिल कर सकेंगे। इसके लिए रिजल्ट के साथ कंपनी लिंक्स भी मुहैया कराएगी, जहां से चैटबॉट ने सूचना ली है। फिलहाल ChatGPT ऐप में यह फीचर नहीं है। कंटेट को इस्तेमाल करने के लिए कंपनी CNN, फॉक्स न्यूज, टाइम और ब्लूमबर्ग समेत कई मीडिया संस्थानों के साथ बातचीत कर रही है। एसोसिएट प्रेस और एक्सेल स्प्रिंगर SE के साथ कंपनी पहले ही समझौता कर चुकी है।
तस्वीरों के लिए आएगा टूल
OpenAI ने कहा कि वह AI की मदद से तैयार तस्वीरों की पहचानने में यूजर्स की मदद करेगी। इसके लिए कंपनी अपनी Dall-E 3 जनरेटर टूल से बनाई गई तस्वीरों को एनकोड करना शुरू करेगी। इससे यूजर्स को तस्वीर बनाने वाले और बनाने के समय तक की जानकारी मिल सकेगी। इससे लोग यह पता लगा सकेंगे कि कोई तस्वीर असली है या उसे कंप्यूटर की मदद से तैयार किया गया है। इसे पहले मीडिया संस्थानों और शोधकर्ताओं को मुहैया कराएगी।