NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / पुराने मास्क को सीमेंट में मिलाएं तो 47 प्रतिशत अधिक मजबूत बन सकता है कंक्रीट- अध्ययन
    अगली खबर
    पुराने मास्क को सीमेंट में मिलाएं तो 47 प्रतिशत अधिक मजबूत बन सकता है कंक्रीट- अध्ययन
    पुराने मास्क को सीमेंट में मिलाएं तो 47 प्रतिशत अधिक मजबूत बन सकता है कंक्रीट- अध्ययन

    पुराने मास्क को सीमेंट में मिलाएं तो 47 प्रतिशत अधिक मजबूत बन सकता है कंक्रीट- अध्ययन

    लेखन प्रमोद कुमार
    May 01, 2022
    07:59 pm

    क्या है खबर?

    महामारी के दौरान इस्तेमाल किए गए सिंगल-यूज मास्क अब पर्यावरण के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। हालांकि, कुछ शोधकर्ताओं ने पाया है कि अगर इन मास्क को सीमेंट के मिक्सचर के साथ मिलाया जाता है तो इससे मजबूत और टिकाऊ कंक्रीट बन सकता है।

    बता दें कि अगर सिंगल-यूज को उचित तरीके से नष्ट न किया जाए तो ये कई दशकों तक पर्यावरण में रहकर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं।

    आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

    जानकारी

    47 प्रतिशत अधिक मजबूत हो सकता है कंक्रीट- अध्ययन

    मैटेरियल्स लेटर्स नामक जर्नल में प्रकाशित पेपर के अनुसार, अगर मास्क के मैटेरियल को सीमेंट के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है तो इससे बनने वाला कंक्रीक साधारण कंक्रीट की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक मजबूत होगा।

    अध्ययन

    एक साथ सुलझ सकती हैं कई समस्याएं

    सीमेंट का उत्पादन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला होता है और इससे कार्बन उत्सर्जन होता है।

    दुनियाभर में कार्बन उत्सर्जन का 8 प्रतिशत हिस्सा केवल सीमेंट उत्पादन से आता है। ऐसे में अगर कंक्रीट में माइक्रोफाइबर का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे सीमेंट की जरूरत भी कम होगी और कंक्रीट भी मजबूत होगा। इससे पैसे तो बचेंगे ही, कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।

    ऐसे में मास्क में लगने वाला फाइबर कंक्रीट उद्योग के लिए फायदेमंद हो सकता है।

    जानकारी

    'मूल्यवान वस्तु साबित हो सकते हैं मास्क'

    पेपर में लिखा गया है कि अगर मास्क को ठीक तरीके से उपचारित किया जाता है तो ये मूल्यवान वस्तु हो सकते हैं। यह अध्ययन वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के सिविल एंड एन्वायरनमेंट विभाग की तरफ से किया गया है।

    प्रक्रिया

    यह पूरी प्रक्रिया कैसे काम करेगी?

    शोधकर्ताओं ने पहले मास्क से धातु के तार और कॉटन की डोरियों को हटा दिया। इसके बाद मास्क फाइबर को बिल्कुल छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा गया।

    सीमेंट में मिलाने से पहले उन टुकड़ों को ग्राफीन ऑक्साइड के घोल में मिलाया गया। यह पूरी प्रक्रिया होने के बाद इन टुकड़ों को साधारण सीमेंट के साथ मिला दिया गया।

    अध्ययन में कहा गया है कि फाइबर के बिना कंक्रीट में धीरे-धीरे दरारें आना शुरू हो जाती हैं।

    अध्ययन

    अभी जारी है अध्ययन

    शोधकर्ता अपने इस विचार को अब दूसरी जगहों पर इस्तेमाल करने के लिए काम कर रहे हैं। वो देख रहे हैं कि इस तरीके से कंक्रीट को कितना टिकाऊ बनाया जा सकता है ताकि इसको नुकसान से बचाया जा सके।

    इसके अलावा वो इस तकनीक के जरिये दूसरे पॉलीमर मैटेरियल को भी रिसाइकिल करने पर विचार कर रहे हैं। उनका मानना है कि अगर ऐसा होता है तो इस प्रकार के कूड़े का संग्रहण बढ़ सकेगा।

    प्लास्टिक कचरा

    न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)

    महामारी के बाद प्लास्टिक कचरे में बेहिसाब इजाफा हुआ है। पिछले साल नवंबर में 'प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' पत्रिका में प्रकाशित एक शोध में बताया गया था कि दुनियाभर में महामारी के कारण 80 लाख टन प्लास्टिक कचरा पैदा हुआ है। इसमें से करीब 25,000 टन कचरा महासागरों में चला गया है।

    इसमें जानकारी दी गई कि महासागरों में जाने वाले कचरे का अधिकतर हिस्सा एशियाई देशों के अस्पतालों से आ रहा है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    कोरोना वायरस
    महामारी
    कार्बन उत्सर्जन

    ताज़ा खबरें

    सैमसंग गैलेक्सी S25 एज 200MP कैमरा के साथ लॉन्च, जानिए कीमत और सभी फीचर्स सैमसंग
    IPL 2025: नए शेड्यूल का हुआ ऐलान, जानिए कब और कहां खेले जाएंगे शेष मुकाबले  इंडियन प्रीमियर लीग
    जम्मू-कश्मीर के सांबा और पंजाब के होशियारपुर-अमृतसर में दिखे ड्रोन, कई जगहों पर ब्लैकआउट जम्मू-कश्मीर
    टेस्ट क्रिकेट में 'फैब-4' का कैसा रहा है प्रदर्शन? जानिए आंकड़े टेस्ट क्रिकेट

    कोरोना वायरस

    कोरोना वायरस: देश में बीते दिन 1,054 नए मामले, कई राज्यों में कोई नई मौत नहीं कोरोना वायरस के मामले
    कोरोना वायरस: देश में बीते सामने आए 861 नए मामले, 6 मौतें दर्ज कोरोना वायरस के मामले
    कोरोना के बढ़ते मामलों और नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा मनसुख मांडविया
    कोरोना: देश में बीते दिन मिले 1,088 मरीज, दुनियाभर में संक्रमितों की संख्या 50 करोड़ पार कोरोना वायरस के मामले

    महामारी

    देश में कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति पर सरकार ने क्या कहा है? स्वास्थ्य मंत्रालय
    कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई, आ सकते हैं वायरस के और भी नए वेरिएंट- WHO विश्व स्वास्थ्य संगठन
    इसी साल गुजर सकता है महामारी का सबसे बुरा दौर, WHO प्रमुख ने जताई उम्मीद अफ्रीका
    कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी, 10 प्रतिशत से अधिक TPR वाले जिलों की संख्या में गिरावट महाराष्ट्र

    कार्बन उत्सर्जन

    जलवायु परिवर्तन पर भारत क्या कर रहा है और विशेषज्ञ इसे कैसे देखते हैं? चीन समाचार
    जलवायु परिवर्तन: G-20 की वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने पर सहमति- रिपोर्ट जलवायु परिवर्तन
    भारत ने विकसित देशों से तेजी से जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने को कहा जलवायु परिवर्तन
    COP26: प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा ऐलान- 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल कर लेगा भारत नरेंद्र मोदी
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025