यूक्रेन: राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताई युद्ध की पहली रात की कहानी, पकड़ने वाली थी रूसी सेना
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो महीने से अधिक समय हो गया है, लेकिन रूसी सेना अभी तक सफलता नहीं मिली है। यूक्रेन की सेना डटकर मुकाबला कर रही है। इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने युद्ध की पहली रात की कहानी बताते हुए कहा कि रूसी सेना उन्हें और उनके परिवार को पकड़ने के लिए बेहद करीब आ गई थी, लेकिन उनके सुरक्षाकर्मियों ने बहादुरी और चतुराई दिखाते हुए उन्हें सुरक्षित निकाल लिया।
आज भी जेहन में ताजा है पहली रात की कहानी- जेलेंस्की
NDTV के अनुसार, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक साक्षात्कार में युद्ध की पहली रात की कहानी बताते हुए कहा, "24 फरवरी को युद्ध की घोषणा बाद जो कुछ हुआ वो आज भी उनके जेहन में ताजा है।" उन्होंने कहा, "सबसे ज्वलंत यादों में उनका और उनकी पत्नी ओलेना जेलेंस्की के अपनी 17 वर्षीय बेटी और नौ वर्षीय बेटे को उठाकर यह बताना था कि बमबारी शुरू हो गई है। उस दौरान बहुत जोर से धमाकों की आवाजें आ रही थीं।"
"रूसी सेना ने मुझे बनाया था प्रमुख लक्ष्य"
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, "रूस के हमला करते ही स्पष्ट हो गया था कि उनका पहला लक्ष्य मैं और मेरा परिवार है और राष्ट्रपति भवन उनके लिए सुरक्षित नहीं है।" उन्होंने कह, "हमले के कुछ देर बार बताया गया कि एक रूसी स्ट्राइक टीम ने मुझे और मेरे परिवार को मारने या पकड़ने के लिए कीव में कदम रख दिया है। उस रात से पहले हमने केवल फिल्मों में ही इस तरह के धमाकें और सेना की तैयारी देखी थी।"
बेहद करीब पहुंच गई थी रूसी सेना
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, "हमला शुरू करने के कुछ देर बाद रूसी सेना ने राष्ट्रपति भवन पर हमला शुरू कर दिया और वह मेरे और परिवार के बेहद करीब पहुंच गई थी।" जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने कहा, "रूसी सेना के हमले को देखते हुए हमने राष्ट्रपति भवन के पीछे के प्रवेश द्वार का पुलिस बैरिकेड्स और प्लाईवुड बोर्डों के ढेर से बंद कर दिया था। उस दौरान वह एक कबाड़खाने की तरह नजर आ रहा था।"
बिजली बंद कर राष्ट्रपति और उनके परिवार को पहनाई बुलेटप्रूफ जैकेट- यरमक
यरमक ने कहा, "रूसी सेना के हमलों के बीच हमने पूरे राष्ट्रपति भवन की बिजली बंद कर दी और जेलेंस्की तथा उनके परिवार को बुलेटप्रूफ जैकेट पहनाकर सुरक्षा के लिए असॉल्ट राइफलें थमाई थी।" यूक्रेन की सैन्य खुफिया सेवा के ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा, "वह दृश्य बहुत भयानक था। उस समय तक रूसी सैनिकों ने राष्ट्रपति और उनके परिवार की मौजूदगी में राष्ट्रपति भवन परिसर पर दो बार हमला करने का प्रयास किया था।"
रूसी सेना के हमलों के बीच सुरक्षित निकाला- यरमक
यरमक ने कहा, "रूसी सेना के बार-बार किए जा रहे हमले के प्रयासों के बीच उन्होंने सेना की मदद से राष्ट्रपति और उनके परिवार को सुरक्षित रूप से वहां से निकाल लिया और सुरक्षित बंकर में पहुंचा दिया।" बता दें इस घटना के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका के यूक्रेन छोड़ने के प्रस्ताव को खारिज करते हुए वहीं रहने का निर्णय किया था। उनके इस निर्णय और देश के प्रति समर्पण भाव की दुनियाभर के नेताओं ने सराहना की है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
रूसी सेना जीत हासिल करने के लिए यूक्रेन में लगातार हमले कर रही है। गत दिनों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रणनीतिक रूप से बेहद अहम शहर मारियुपोल पर जीत का दावा किया था। इसके अलावा रूस ने वर्तमान में डोनबास में 20,000 से अधिक सैनिक तैनात कर रखे हैं। शुक्रवार को भी रूसी सेना ने UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की मौजूदगी के समय कीव पर किया रॉकेट से हमला किया था। इसी कड़ी निंदा की जा रही है।