ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय द्वारा बनाई गई सिरेमिक बकरी की होगी नीलामी, लाखों में बिकेगी
क्या है खबर?
ब्रिटेन के महाराजा किंग चार्ल्स तृतीय द्वारा बनाई गई एक 50 साल पुरानी सिरामिक बकरी को नीलम किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इसे उन्होंने तब बनाया था जब वह कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ रहे थे।
इस हस्तनिर्मित रंग-बिरंगी बकरी की नीलामी यूरोप में होने वाली है। इसकी अनुमानित कीमत लगभग 10.64 लाख रुपये हो सकती है।
आइए नीलामी के विषय में विस्तार से जानते हैं।
मालिक
किंग चार्ल्स ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय की कुक को भेंट की थी यह बकरी
1960 के दशक में किंग चार्ल्स ने कैंब्रिज की हेलेन पैटन नामक महिला कुक को पीली और गुलाबी धारियों वाली यह छोटी सिरेमिक बकरी उपहार में दी थी।
बाद में साल 1969 में इसे हेलेन के भतीजे रेमंड पैटन के 21वे जन्मदिन पर उन्हें भेंट कर दिया गया था। जानकारी के मुताबिक वह कोलंबिया के रहने वाले एक बढ़ई थे।
अब 76 साल के रेमंड द्वारा इस ऐतिहासिक बकरी की नीलामी करवाई जा रही है।
नीलामी
4 जून को होगी इस सिरेमिक बकरी की नीलामी
रेमंड ने इस कीमती वस्तु को इसके ऐतिहासिक महत्व के कारण नीलाम करने का फैसला किया है। इसकी नीलामी स्टैफर्डशायर के हैनसन ऑक्शनीयर्स नामक नीलामीघर द्वारा की जाएगी।
यह किंग चार्ल्स द्वारा बनाया गया मूर्तिकला का एकमात्र नमूना है, जिसकी नीलामी 4 जून को होगी। इस नायाब वास्तु की अनुमानित कीमत 10 लाख रुपये से भी ज्यादा हो सकती है।
माना जा रहा है कि इस बकरी को खरीदने के लिए दुनियाभर से लोग बोली लगाने आएंगे।
बयान
रेमंड की आंटी हेलेन ने उन्हें उपहार में दी थी यह बकरी
रेमंड ने बताया, "मेरी आंटी हेलेन पैटन ने 22 जून, 1969 को मेरे जन्मदिन पर मुझे यह बकरी दी थी, जिसे प्रिंस चार्ल्स ने बनाया था।"
उन्होंने आगे कहा, "उन्हें इस बात पर गर्व था कि 1960 के दशक के अंत में उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था, जब उन्होंने क्वींस कॉलेज के अध्यक्ष के लिए कुक के रूप में काम किया था।"
ऐसा माना जा रहा है कि हेलेन किंग चार्ल्स को व्यक्तिगत तौर पर जानती थीं।
नीलामीकर्ता
इस शाही वास्तु को पाकर हम बेहद रोमांचित हैं-चार्ल्स हैनसन
हैनसन ऑक्शनियर्स के मालिक चार्ल्स हैनसन ने इस बकरी के बारे में कहा, "हम इस शाही वास्तु को पाकर रोमांचित हैं। रेमंड ने हमसे ईमेल के जरिए संपर्क किया और हम बेहद उत्साहित थे।"
उन्होंने आगे कहा, "रेमंड ने इसके ऐतिहासिक महत्व के कारण अब इसे नीलाम करने का फैसला लिया है। वह अपनी रिटायरमेंट के वर्षों में हैं और इस वास्तु के लिए एक नया घर ढूंढना चाहते हैं, जहां इसे आने वाले कई दशकों तक संजोकर रखा जाए।"