G-20 शिखर सम्मेलन: मेहमानों को दिया जाएगा शाही ट्रीटमेंट, सोने-चांदी के बर्तनों में परोसा जाएगा खाना
क्या है खबर?
भारत को पहली बार G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी मिली है और यह दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक चलेगा।
ऐसे में सम्मेलन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं और इसमें शामिल होने वाले खास मेहमानों को शाही ट्रीटमेंट दिया जाएगा।
जहां एक तरफ खाने की विभिन्न वैरायटी होंगी, वहीं खाने को सोने-चांदी के बर्तनों में परोसा जाएगा।
आइए जानते हैं कि इस सम्मेलन में विदेशी नेताओं की मेहमानवाजी कैसे होगी।
होटल
11 होटलों में भेजे जा रहे हैं सोने-चांदी के बर्तन
इस सम्मेलन में दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के शीर्ष नेता शामिल होंगे और उनके लिए भव्य दावत का इंतजाम किया गया है।
इन खास मेहमानों को सोने-चांदी के बर्तनों में खाना परोसा जाएगा। इन बर्तनों को बनाने वाली कंपनी 11 होटल में बर्तन भेज रही हैस जिसमें होटल ताज भी शामिल है।
बता दें कि अलग-अलग होटल के शेफ ने अपने मेन्यू तैयार किए हैं और उनके व्यंजनों के हिसाब से ही सोने-चांदी के बर्तन डिजाइन कराए गए हैं।
बर्तन
होटलों की जरूरत के हिसाब से डिजाइन किए गए बर्तन
सोने-चांदी के बर्तनों को बनाने से पहले इनकी सामग्रियों को RND लैब में टेस्ट के लिए भेजा गया।
इसके बाद जिस होटल को जिस आकार और साइज के बर्तनों की जरूरत थी, उन्हें वैसे ही बर्तन बनाकर भेजे गए।
उदाहरण के लिए, ITC मौर्य होटल को महाराजाओं के जमाने जैसी थालियां चाहिए थीं, जिनमें 5-6 कटोरी, कांटा, चम्मच के अलावा पेपर और नमक के लिए अलग से हिस्से हों तो उन्हें वैसे ही बर्तन बनाकर दिए गए।
बयान
बर्तनों पर होगी भारत की विरासत की झलक- राजीव
बर्तन कंपनी के मालिक राजीव ने मीडिया को बताया कि वह 3 पीढ़ियों से बर्तन बना रहे हैं और उनके बर्तनों में पूरे भारत की विरासत की झलक दिखाई देती है तो उनकी कोशिश यही है कि विदेशी मेहमानों को भी दावत की टेबल पर भारत की झलक नजर आए।
कंपनी के मुताबिक, बर्तनों में जयपुर, उदयपुर, बनारस और कर्नाटक तक की नक्काशी की गई है और इन्हें बनाने में कई दिन लगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
G-20 एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके 20 सदस्य हैं।
इसकी शुरुआत साल 1999 के एशियाई वित्तीय संकट के बाद हुई और इसे वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के बीच वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों की चर्चा के लिए एक मंच के तौर पर शुरू किया गया था।
इसके सदस्य देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल है।