महिला ने ऑनलाइन भीख माँगकर जुटाए 35 लाख रुपये, गिरफ्तार
आज के इस डिजिटल युग में ठग लोगों को ठगने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। आए दिन ऐसे मामले देखने को मिल जाते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला संयुक्त अरब अमीरात में देखने को मिला है, जहाँ एक यूरोपीय महिला ने सोशल मीडिया पर अपने बच्चों की फोटो पोस्ट करके लोगों से ऑनलाइन भीख माँगकर 50,000 डॉलर (लगभग 35 लाख रुपये) इकट्ठे कर लिए। आइए जानें पूरा मामला।
केवल 17 दिनों में इकट्ठा किया पैसा
दुबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि महिला को फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर कई लोगों के साथ ठगी करने के बाद गिरफ़्तार किया गया। महिला ने यह पैसा केवल 17 दिनों में इकट्ठा किया था।
बच्चों की फोटो पोस्ट करके माँगी भीख
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महिला की राष्ट्रीयता और उसकी उम्र का ख़ुलासा नहीं किया गया है। गल्फ़ न्यूज के अनुसार, दुबई पुलिस के आपराधिक जाँच विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर जमाल अल सलेम अल जल्लाफ ने बताया कि महिला ने सोशल मीडिया पर कई ऑनलाइन खाते बनाए और अपने बच्चों को जिंदा रखने और उनके पालन-पोषण के लिए उनकी फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके भीख माँगी।
झूठ बोलकर माँगी भीख
ब्रिगेडियर जल्लाफ ने आगे कहा, "महिला लोगों को यह बता रही थी कि उसका तलाक हो गया है और वह अपने बच्चों का पालन-पोषण अकेले ही कर रही है। जबकि, उसके पूर्व पति ने ई-क्राइम के ज़रिए बताया कि बच्चे उसके साथ रह रहे थे।"
बच्चों को बदनाम कर उनकी प्रतिष्ठा को पहुँचाया नुकसान
अधिकारी के अनुसार, कई रिस्तेदारों और दोस्तों के फोन करने के बाद पति ने यह महसूस किया कि उसके बच्चों की फोटो का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर भीख माँगने के लिए किया जा रहा है। महिला ने अपने बच्चों को बदनाम करने और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के बाद सोशल मीडिया पर भीख माँगकर केवल 17 दिनों के भीतर ही 50,000 अमेरिकी डॉलर इकट्ठे कर लिए थे।
ख़ुद को गरीब दिखाते हुए लोग माँगते हैं मदद
अल जल्लाफ ने लोगों से सड़कों पर या सोशल मीडिया पर भिखारियों से सहानुभूति न रखने का आग्रह किया। आपको बता दें दुबई में ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से भीख माँगना एक अपराध है, जिसे दुबई पुलिस ई-क्राइम प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से निपटाती है। ज़्यादातर लोग बीमारी या विकलांगता का बहाना करके या लोगों की उदारता का फ़ायदा उठाने के लिए ख़ुद को गरीब दिखाते हुए मदद माँगते हैं।
रमज़ान के दौरान हुई भिखारियों की गिरफ्तारी
अल जल्लाफ ने आगे बताया कि इसी रमज़ान के दौरान 128 भिखारियों को गिरफ़्तार किया गया था, जिनमें 85 पुरुष और 43 महिलाएँ थीं। वहीं, दुबई पुलिस के साइबर अपराध विभाग के उप निदेशक कैप्टन अब्दुल्ला अल शेही ने कहा कि ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से भीख माँगना इस देश में अपराध है। ऐसे लोगों के लिए कारावास और 2 लाख से 5 लाख दिरहम (लगभग 47 लाख से 94 लाख रुपये) के जुर्माने का प्रावधान है।