रातों-रात चोरों ने गायब किया 23 मीटर लंबा और 56 टन वजनी रेलवे पुल
चोरी करने वाले बस चोरी करने के मौके की तलाश में रहते हैं। अक्सर आप तरह-तरह की चोरी की घटनाएँ सुनते होंगे, लेकिन आज हम आपको चोरी की एक अनोखी घटना बताने जा रहे हैं, जिसमें चोरों को काफ़ी मेहनत करनी पड़ी होगी। दरअसल, रूस में चोरों ने रेलवे के एक पुल को रातों-रात गायब कर दिया। पुल 23 मीटर लंबा और 56 टन वजनी था, इसके बाद भी चोर उसे चुराने में कामयाब हो गए। आइए विस्तार से जानें।
पुल के नीचे से बहती है नदी
इस समय सोशल मीडिया पर टूटे हुए पुल की फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि नदी पर बने पुल के बीच का हिस्सा गायब है। पुल के गायब हिस्से को चोरों ने रातों-रात उड़ा लिया। इस पुल की ऊँचाई 75 फ़ीट बताई जा रही है, ऐसे में यह काफ़ी हैरानी वाली बात है कि चोरों ने आख़िर कैसे पुल के बीच वाले हिस्से को चुराया होगा, क्योंकि नीचे नदी भी बहती है।
आस-पास के इलाके में बना हुआ है दहशत का माहौल
रातों-रात पुल गायब होने से आस-पास के इलाक़े में दहशत का माहौल बना हुआ है। हालाँकि, अभी चोरी के इस अजीबो-गरीब मामले की जाँच की जा रही है। वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि पुल चोरी नहीं हुआ है, बल्कि उसके बीच का हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया है। पुल के चोरी होने का शक इस बात से और बढ़ जाता है, क्योंकि टूटा हिस्सा नदी में दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है।
चोरी के बाद पुलिस ने शुरू कर दी जाँच
आपको बता दें कि पुल रूस के मरमस्क इलाके में स्थित था। पुल के चोरी होने की घटना सबसे पहले मई में आई थी। इसके बाद पुल की कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए थे। पुल चोरी होने के बाद किसी ने किरोवस्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने इस घटना की जाँच शुरू कर दी। पहली जाँच में पुलिस ने इसके मालिकों पर ही स्टील चोरी करने की आशंका जताई है।
रहस्य बनी हुई है है पुल की सच्चाई
पुल चोरी होने की घटना के बाद 16 मई को एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि पुल के बीच का हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया है। लेकिन उसके 10 दिन बाद ही 26 मई को जब पुल की एरियल तस्वीर सामने आई तो पता चला कि पुल पूरी तरह से गायब है। चोरी हुए पुल के धातु की कीमत की बात करें तो यह लगभग 6,00,000 रुबल (लगभग 6,43,600 रुपये) बताई जा रही है।
पहले भी घट चुकी है रूस में ऐसी चोरी की घटना
इससे पहले रूस में ही 2008 में चोरी की एक बड़ी घटना सामने आई थी, जिसमें चोरों ने 200 टन से ज़्यादा लोहे और अन्य धातु की चोरी कर ली थी।