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एथलीट ने स्वीडिश द्वीप के आस-पास की 360 किलोमीटर की तैराकी, जानिए क्या था इसका उद्देश्य
एथलीट ने मानसिक स्वास्थ्य के लिए की 360 किमी तैराकी

एथलीट ने स्वीडिश द्वीप के आस-पास की 360 किलोमीटर की तैराकी, जानिए क्या था इसका उद्देश्य

लेखन सयाली
Jul 22, 2025
11:58 am

क्या है खबर?

मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए लोग इलाज करवाते हैं और हर संभव प्रयास करते हैं। हालांकि, स्वीडन के एक व्यक्ति ने ऐसा करने का एक अजब-गजब तरीका खोज निकाला। दरअसल, यह व्यक्ति एक पूर्व एथलीट है, जिसने स्वीडिश द्वीप के चारों ओर 360 किलो मीटर तैराकी की है। ऐसा करके वह मानसिक स्वास्थ्य और प्रकृति संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना चाहते थे। आइए जानते हैं वह ऐसा कैसे कर सके।

तैराकी

21 दिन में पूरा किया अपना लक्ष्य

यह कारनामा करने वाले एथलीट का नाम कार्ल पामक्विस्ट है, जो पहले हांगकांग में रहते थे। वह स्वीडन के नागरिक हैं, जिन्होनें किशोरावस्था में हांगकांग स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट के ट्रायथलॉन राष्ट्रीय विकास दल से प्रशिक्षण लिया था। उन्हें हांगकांग में खुले पानी में तैरने से प्यार हो गया था। कार्ल ने गुरुवार को स्वीडन के सबसे बड़े द्वीप गोटलैंड के चारों ओर तैराकी करने का लक्ष्य पूरा किया, जिसमें उन्हें 21 दिन का समय लगा।

परेशानी

मानसिक तनाव के चलते 2 साल रहे थे हतोत्साहित

कार्ल ने यह उपलब्धि 2 साल बाद हासिल की है। इन सालों में वह चोटों, पहचान के संकट और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के दबाव के कारण अपने सबसे निचले स्तर पर थे। इन्हीं वजहों से उनका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ गया था और वह दुखी रहने लगे थे। कार्ल ने कहा, "जब आप पेशेवर हो जाते हैं या खेल में शीर्ष पर पहुंच जाते हैं और फिर चोटों या मानसिक थकान के कारण रुकना पड़ता है तो निराशा होती है।"

निराशा

2019 में छोड़ दी थी तैराकी

जब कार्ल महज 3 साल के थे तब वह स्वीडन से शंघाई आ गए थे। 10 साल की उम्र में वह हांगकांग में रहने लगे थे और 5 साल बाद स्वीडन लौट गए थे। इस दौरान उन्हें महसूस होता था कि वह तैराकी में कुछ खास हासिल नहीं कर पा रहे हैं। दबाव और तनाव बढ़ने के कारण उन्होंने 2019 में तैराकी छोड़ दी। इसके बाद कार्ल ने दुनिया में अपनी जगह बनाने के लिए पावरलिफ्टिंग और आयरनमैन रेस आजमाई।

बीमारियां

कार्ल ने किया था कई परेशानियों का सामना

इस दौरान कार्ल कंधे की कई चोटों से पीड़ित होने के कारण मानसिक और शारीरिक रूप से थका हुआ महसूस करने लगे थे। साथ ही उन्हें हर्निया और घुटने का ऑपरेशन भी करवाना पड़ा था। 2 साल पहले वह कार्यस्थल और सार्वजनिक स्थानों पर लगातार चिंता के दौरों से पीड़ित थे और एक मनोरोग वार्ड में भर्ती थे। हालांकि, थेरेपी और अपने प्रियजनों के सहयोग से वह इस जंग को जीत सके और दोबारा स्वस्थ हो गए।

लक्ष्य

कार्ल पर बनाई जाएगी डाक्यूमेंट्री

कार्ल ने गोटलैंड के चारों ओर तैराकी करने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि वह खुद को साबित करना चाहते थे कि वह बड़े लक्ष्य पूरे कर सकते हैं। उन्होंने स्वीडिश चैरिटी सुसाइड 'जीरो' और पर्यावरण संगठन 'स्वीडिश सोसाइटी फॉर नेचर कंजर्वेशन' के लिए लगभग 5.49 लाख रुपये जुटाए हैं। उनके ऊपर एक अंग्रेजी डाक्यूमेंट्री बनाई जा रही है, जिसका शीर्षक 'द मेंटल आइलैंड' है। इसे 2026 में रिलीज किया जाएगा।

प्रयास

आसान नहीं था कार्ल का यह प्रयास

तैराकी के पहले दिन तेज बारिश हो रही थी और बड़ी लहरें उठ रही थीं। कार्ल ने अपने अभियान के दौरान ठंड, हवा और बारिश का सामना किया। 18वें दिन के बाद लहरें शांत हुईं और वह थोड़ी आसानी से तैराकी कर सके। कार्ल तूफान के चलते केवल 15वें दिन पानी में नहीं उतर सके थे। कार्ल ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मेरी अगली चुनौती क्या होगी। दिसंबर में मेरा बच्चा होने वाला है, जिसके लिए मैं उत्साहित हूं।"