
फोटो खिंचवाने के लिए स्वारोवस्की क्रिस्टल से ढकी कुर्सी पर बैठा आदमी, हो गए उसके टुकड़े
क्या है खबर?
पर्यटक जहां भी जाते हैं, तस्वीरें लेना नहीं भूलते हैं। हालांकि, कई बार तस्वीरें खींचने के चक्कर में वे ऐसे काम कर डालते हैं, जो भारी मुसीबत को दावत दे देते हैं।
हाल ही में ऐसा ही कुछ इटली के एक संग्रहालय में हुआ है। दरअसल, यहां एक व्यक्ति फोटो खिंचवाने के लिए बेशकीमती स्वारोवस्की क्रिस्टल से ढकी हुई कुर्सी पर बैठ गया।
इस लापरवाह व्यक्ति के भार से उस नायाब कुर्सी के टुकड़े-टुकड़े हो गए।
मामला
कुर्सी पर डाल दिया अपने शरीर का पूरा भार
इस कुर्सी पर हजारों स्वारोवस्की क्रिस्टल लगे थे और इसे एक कलाकृति के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा था।
यह पलाजो माफी संग्रहालय की शोभा बढ़ा रही थी, जिसने सोशल मीडिया का सहारा लेकर इस दुर्घटा की जानकारी दी है।
व्यक्ति के साथ एक महिला भी मौजूद थीं, जिन्होनें फोटो के दौरान कुर्सी पर बैठने का नाटक किया था।
हालांकि, व्यक्ति ने झुकने के बजाय अपने शरीर का भार असल में कुर्सी पर डाल दिया और उसे तोड़ डाला।
वीडियो
कुर्सी टूटने का वीडियो भी आया सामने
संग्रहालय ने सोशल मीडिया पर कुर्सी के टूटने का पूरा वीडियो साझा किया है। उसमें देखा जा सकता है कि जैसे ही व्यक्ति कुर्सी पर बैठा, उसका संतुलन बिगड़ गया।
उसने अपने आपको बचाने के लिए दोनों हाथों से दीवार का सहारा लेने की कोशिश की। हालांकि, वह लड़खड़ा गया और सीधा कुर्सी पर गिर गया, जिससे उसके टुकड़े हो गए।
इसके बाद दोनों ने कुर्सी की ओर देखा और तुरंत मौके से चलते बने।
नाराजगी
सुरक्षाकर्मियों के बाहर जाने का कर रहे थे इंतजार
संग्रहालय ने पोस्ट साझा करते हुए अपनी नाराजगी जताई है और इस हरकत को गैरजिम्मेदाराना बताया है।
संग्रहालय के कर्मचारियों ने कहा, "उन्होंने कला और सांस्कृतिक विरासत के सम्मान के हर नियम की अनदेखी की है।"
जानकारी के मुताबिक, पर्यटक तस्वीर खिंचवाने के लिए सुरक्षाकर्मियों के कमरे से बाहर जाने का इंतजार कर रहे थे, ताकि उन्हें किसी तरह की रोक-टोक न झेलनी पड़े।
इतनी कीमती कलाकृति को तोड़कर भाग जाना बेहद घटिया काम लगता है।
कुर्सी
क्या है इस कुर्सी की खासियत?
इस कुर्सी को इतालवी कलाकार निकोला बोला ने बनाया था। इसका नाम 'वान गॉग' के नाम पर रखा गया है, क्योंकि यह उनकी प्रसिद्ध पेंटिंग में बनी कुर्सी जैसी दिखती है।
इसके टूटने के बाद अब जा कर संग्रहालय ने चैन की सांस ली है, क्योंकि इसे एक बार फिर नए जैसा बना दिया गया है।
संग्रहालय के एक कर्मचारी ने बताया, "हमें नहीं पता था कि इसे बहाल करना संभव होगा या नहीं। हालांकि, हमने यह कर दिखाया।"