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दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट में जिम्बाब्वे को हराकर सीरीज पर जमाया कब्जा, ये बने रिकॉर्ड्स
दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे के हराकर जमाया सीरीज पर कब्जा (तस्वीर: एक्स/@ProteasMenCSA)

दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट में जिम्बाब्वे को हराकर सीरीज पर जमाया कब्जा, ये बने रिकॉर्ड्स

Jul 08, 2025
06:25 pm

क्या है खबर?

दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ने सीरीज के दूसरे मुकाबले में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम को पारी और 236 रन से हरा दिया। इसके साथ ही प्रोटियाज टीम ने सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमा लिया। बुलवायो में खेले गए मैच में दक्षिण अफ्रीका द्वारा पहली पारी में बनाए गए 626/5 के स्कोर के जवाब में जिम्बाब्वे की पहली पारी 170 रन और फॉलोऑन खेलते हुए दूसरी पारी 220 रन पर सिमट गई। आइए मैच में बने रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।

लेखा-जोखा

आसानी से जीती दक्षिण अफ्रीकी टीम

दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी कप्तान वियान मुल्डर (367*), डेविड बेडिंघम (82) और लुआन-ड्रे प्रीटोरियस (78) की पारियों की मदद से 626/5 पर घोषित कर दी थी। जवाब में जिम्बाब्वे की पहली पारी सीन विलियम्स (83*) के अर्धशतक से 170 रन पर सिमट गई। इसके बाद फॉलोऑन खेलते हुए मेजबान टीम की दूसरी पारी निक वेल्च (55) के अर्धशतक से 220 रन पर ढेर हो गई। प्रोटियाज टीम से प्रेनेलन सुब्रयेन ने पहली पारी में सर्वाधिक 4 विकेट चटकाए।

बल्लेबाजी

मुल्डर ने जड़ा पहला तिहरा शतक

दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान मुल्डर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक जड़ा। वह 11 रन के कुल स्कोर पर पहला विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी पर आए थे। उन्होंने 116 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने दूसरे दिन के पहले सत्र में अपना तिहरा शतक पूरा किया। इस बीच उन्होंने ल्हुआन-ड्रे प्रीटोरियस (78) के साथ 217 रन की साझेदारी की। वह 334 गेंदों में 49 चौके और 4 छक्कों की मदद से 367 रन बनाकर नाबाद रहे।

रिकॉर्ड

कप्तानी डेब्यू में तिहरा शतक जड़ने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी

मुल्डर ने इस मुकाबले में अपनी कप्तानी का भी डेब्यू किया। दरअसल, तेम्बा बावुमा की गैरमौजूदगी में केशव महाराज को इस सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया था। हालांकि, महाराज के पहले टेस्ट में चोटिल होने के बाद मुल्डर को कप्तानी सौंपी गई थी। मुल्डर कप्तानी डेब्यू में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने हैं। उनसे पहले ग्राहम डाउलिंग (239 रन बनाम भारत, 1968) और शिवनारायण चंद्रपॉल (203* रन बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2005) दोहरा शतक जड़ चुके हैं।

शतक

मुल्डर ने जड़ा दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक 

मुल्डर गेंदों के लिहाज से दूसरे सबसे तेज तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने 297 गेंदों में यह कीर्तिमान हासिल किया है। बता दें कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक जड़ने का विश्व रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग (278 गेंद, बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2007-08) के नाम पर दर्ज है। इस सूची में तीसरे स्थान पर इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक हैं, जो 310 गेंदों में पाकिस्तान के खिलाफ (2024-25) तिहरा शतक लगा चुके हैं।

रिकॉर्ड्स

मुल्डर ने बनाए ये अन्य रिकॉर्ड्स 

मुल्डर दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी करते हुए सर्वोच्च पारी खेलने वाले बल्लेबाज बने हैं। उन्होंने इस मामले में पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ का पिछला रिकॉर्ड (277 बनाम इंग्लैंड, 2003) तोड़ दिया है। वह हाशिम अमला के बाद प्रोटियाज टीम से तिहरा शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज भी बने हैं। बता दें कि अमला ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 2012 में ओवल के मैदान पर नाबाद 311 रन की शानदार पारी खेली थी।

जानकारी

मुल्डर ने पूरे किए अपने 1,000 टेस्ट रन 

मुल्डर ने 2019 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने 21 टेस्ट की 34 पारियों में 38.43 की औसत से 1,053 रन बनाए हैं। उन्होंने 3 शतक के अलावा 1 अर्धशतक लगाया है। उन्होंने सीरीज के पहले टेस्ट में भी शतक जड़ा था।

बल्लेबाजी

बेहद खराब रही जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी 

मैच में मेजबान जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी बेहद खराब रही। पहली पारी में विलियम्स को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं रहा। टीम के 5 बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। दूसरी पारी में भी बल्लेबाजों की यही स्थिति रही। हालांकि, इस बार निक वॉल्च (55) के अलावा कप्तान इर्विन (49) और ताकुदज़्वानाशे काइटानो (40) ने संघर्ष करने का प्रयास किया, लेकिन यह पारी की हार टालने के लिए काफी नहीं था।

गेंदबाजी

दक्षिण अफ्रीकी टीम ने की शानदार गेंदबाजी

दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने पूरे मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए टीम को पारी से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। जिम्बाब्वे की पहली पारी में सुब्रयेन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए सर्वाधिक 4, कप्तान मुल्डर और कोडी युसूफ ने 2-2 विकेट चटकाए। इसी तरह दूसरी पारी में कॉर्बिन बॉश ने सर्वाधिक 4, युसूफ ने 2 और सेनुरन मुथुसामी ने 3 सफलताएं अर्जित करते हुए टीम को जीत दिला दी। यह युवा दक्षिण अफ्रीकी टीम की सबसे बड़ी जीत है।