शोएब अख्तर अपनी बायोपिक 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' से पीछे हटे, निर्माताओं को दी चेतावनी
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अब अपनी बायोपिक 'रावलपिंडी एक्सप्रेस-रनिंग अगेंस्ट द ऑड्स' से पीछे हट गए हैं। उन्होंने ट्विटर के जरिए बीते शनिवार को ये ऐलान किया है। इससे पहले यह फिल्म इसी साल नवंबर में रिलीज होने वाली थी। इसके साथ-साथ पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज ने फिल्म निर्माताओं को उनकी बायोपिक जारी न करने की भी चेतावनी दी है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा है।
मैंने खुद को फिल्म से अलग करने का फैसला किया है- अख्तर
अख्तर ने ट्वीट कर फिल्म से पीछे हटने वाले फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'बहुत दुख के साथ मैं आप सभी को यह जानकारी देना चाहता हूं कि महीनों के सोच-विचार के बाद मैंने कानूनी टीम के माध्यम से समझौते को समाप्त करके, फिल्म 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' और इसके निर्माताओं से खुद को अलग करने का फैसला किया है। निश्चित रूप से यह एक ड्रीम प्रोजेक्ट था, लेकिन दुर्भाग्य से चीजें ठीक से नहीं चल रही थीं।'
अख्तर ने फिल्म निर्माताओं को दी चेतावनी
अख्तर ने आगे कहा, 'सौहार्दपूर्ण ढंग से इसका हल नहीं निकाला जा सका और आखिर में हमें उनके साथ संबंध तोड़ना पड़ा। इसलिए मैंने अपने जीवन की कहानी के अधिकारों को रद्द करने के सभी कानूनी प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया है। यदि निर्माता बायोपिक जारी रखते हैं और किसी भी तरह से मेरे नाम या जीवन की घटनाओं का उपयोग करते हैं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'
शोएब अख्तर का ट्वीट
'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर हैं अख्तर
अख्तर के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज गति की गेंद (161.3 किमी/घंटा) फेंकने का रिकॉर्ड दर्ज है। तेज रफ्तार से गेंदबाजी करने के कारण लोग उन्हें 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से पुकारते थे। यही वजह है कि फिल्म का शीर्षक भी 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' रखा गया था। गौरतलब हो कि अख्तर की बायोपिक को मुहम्मद फराज कैसर डायरेक्ट कर रहे थे और क्यू फिल्म्स प्रोडक्शंस के बैनर तले इस फिल्म का निर्माण हो रहा था।
शानदार रहा अख्तर का अंतरराष्ट्रीय करियर
साल 1997 से 2011 तक पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले अख्तर ने 46 टेस्ट में 25.7 की औसत से 178 विकेट लिए हैं। दूसरी तरफ 163 वनडे में उन्होंने 24.98 की औसत से 247 विकेट अपने नाम किए हैं। इसके अलावा उन्होंने 15 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 19 विकेट लिए थे। वह अपने पूरे करियर के दौरान कई बार चोटिल हुए थे। इसके चलते वह अपने टेस्ट करियर में ज्यादा मैच नहीं खेल सके थे।