
ISL 2020-21: खाली स्टेडियम में खेला जा सकता है लीग का सातवां सीजन- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इंडियन सुपर लीग (ISL) का पूरा सातवां सीजन खाली स्टेडियम में खेला जा सकता है। सातवें सीजन को नवंबर 2020 से मार्च 2021 के बीच खेला जाना है।
इसके अलावा रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि केवल चार शहरों में ही सातवें सीजन के सभी मैच खेले जा सकते हैं।
कोरोना वायरस के कारण ISL के छठे सीजन का फाइनल इस साल मार्च में खाली स्टेडियम खेला गया था।
मीटिंग
FSDL ने की बीते सोमवार को मीटिंग
फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलेपमेंट लिमिटेड (FSDL) ने बीते सोमवार को सभी क्लबों के CEO के साथ मीटिंग की जिसमें कोरोना से निपटने और मैचों को खाली स्टेडियम में आयोजित करने पर चर्चा की गई।
एक क्लब सूत्र ने IANS को बताया, "हमने उन मुद्दों पर बातचीत की। पूरी संभावना है कि इसे खाली स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। हम स्वास्थ्य संबंधित चीजों पर ध्यान रखेंगे। मैच सभी 10 टीमों के ग्राउंड पर नहीं खेले जाएंगे।"
अन्य तैयारियां
बॉयो-सेक्योर वातावरण में रहेंगी टीम
इसके अलावा यह भी निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए टीमों को बॉयो-सेक्योर वातावरण में रखा जाएगा।
शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए हर तरह के उपाय लगाए जाएंगे।
सभी लोगों को बराबर कोरोना की जांच करानी होगी जिससे कि किसी संक्रमित व्यक्ति को कैंप में रहने का मौका नहीं मिले।
फिलहाल सीजन शुुरु होने में काफी समय है और नियमों में बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं।
विदेशी खिलाड़ी
विदेशी खिलाड़ियों के नियम में भी होगा बदलाव
AFC का 3+1 विदेशी खिलाड़ियों के नियम को भी 2021-22 सीजन से लागू करने को हरी झंडी दे दी गई है।
अब ISL में टेबल टॉप करने वाली टीम को सीधे AFC चैंपियन्स लीग के ग्रुप स्टेज में जगह मिलेगी और इसी कारण विदेशी खिलाड़ियों के नियम को बदलना पड़ा है।
इससे पहले टीमें मैदान पर पांच विदेशी खिलाड़ी उतार सकती थीं और इसे लेकर काफी सवाल उठाए जा रहे थे।
क्या आप जानते हैं?
इस सीजन से टीम में शामिल करना होगा एक एशियन खिलाड़ी
2020-21 सीजन से क्लबों को अपनी स्क्वॉड में एक एशियन खिलाड़ी शामिल करना होगा। हर मैच के लिए 18 खिलाड़ियों वाली स्क्वॉड में 2000 या उसके बाद पैदा होने वाले डेवलेपमेंट के दो खिलाड़ियों को शामिल करना होगा।