
ISL के लीग टॉपर क्लब को सीधे AFC चैंपियन्स लीग के ग्रुप स्टेज में मिलेगी एंट्री
क्या है खबर?
एशियन फुटबॉल कंफेडरेशन (AFC) ने AFC चैंपियन्स लीग में टीमों की संख्या 32 से बढ़ाकर 40 करने की बात कही थी।
आल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने मंगलवार को एक्सीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग के बाद एक प्रेस रिलीज जारी किया।
प्रेस रिलीज के मुताबिक 2019-20 सीजन में इंडियन सुपर लीग (ISL) में टॉप पर रहने वाली टीम को सीधे 2021 AFC चैंपियन्स लीग के ग्रुप स्टेज में जगह मिलेगी।
जानकारी
ISL टॉपर्स AFC चैंपियन्स लीग में और आई-लीग विजेता AFC कप में खेलेंगे
2003 से अब तक कोई भी भारतीय क्लब AFC चैंपियन्स लीग के ग्रुप स्टेज में नहीं पहुंच सका है।
अब तक आई-लीग जीतने वाली टीम AFC चैंपियन्स लीग के शुरुआती दौर में खेलती थी।
इस बार ऐसा होता कि ISL जीतने वाली टीम इसके शुरुआती दौर में पहुंचती, लेकिन अब वे सीधे ग्रुप स्टेज में खेलेंगे।
इसके अलावा आई-लीग जीतने वाली टीम को सीधे 2021 AFC कप में एंट्री मिलेगी।
लीग टॉपर्स
चैंपियन की बजाय लीग टॉपर्स को मिलेगी एंट्री- रिपोर्ट
रिपोर्ट्स के मुताबिक ISL जीतने वाली टीम की बजाय AFC चैंपियन्स लीग में उस टीम को जगह मिलेगी जो लीग चरण में टॉप पर रहेगी।
इसका मतलब है कि यदि कोई टीम लीग चरण में टॉप पर रहने के बावजूद खिताब जीतने में नाकामयाब रहती है तो भी उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं हैै।
2017-18 सीजन में बेंगलुरु FC ने लीग चरण टॉप किया था, लेकिन फाइनल में हार गए थे।
जानकारी
क्या है AFC चैंपियन्स लीग?
इस टूर्नामेंट की शुरुआत 1967 में AFC क्लब चैंपियनशिप के रूप में हुई थी और 2002 से इसे AFC चैंपियन्स लीग के रूप में खेला जा रहा है।
यह AFC द्वारा आयोजित किया जाने वाला सालाना महाद्वीपीय क्लब फुटबॉल टूर्नामेंट है जिसमें 32 टीमें हिस्सा लेती हैं।
2009 से इस टूर्नामेंट को जीतने वाली टीम फीफा क्लब वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करती है।
सभी 32 क्लब राउंड रॉबिन फॉर्मेट में ग्रुप स्टेज में भिड़ती हैं।
AFC कप
2004 से खेली जा रही है AFC कप
AFC कप का आयोजन भी AFC ही कराती है और इसमें मुख्यता वे टीमें हिस्सा लेती हैं जो AFC क्लब कम्प्टीशन रैंकिंग के आधार पर सीधे AFC चैंपियन्स लीग के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाती हैं।
इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2004 में हुई थी और इसमें कुल 36 टीमें ग्रुप स्टेज में हिस्सा लेती हैं।
2016 में बेंगलुरु FC इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाला पहला भारतीय क्लब बना था।