वनडे विश्व कप 2023 फाइनल: ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड छठी बार जीता खिताब, भारत को दी मात
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल मैच में भारतीय क्रिकेट टीम को 6 विकेट से हराते हुए रिकॉर्ड छठी बार खिताब अपने नाम किया।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत ने पहले खेलते हुए सभी विकेट खोकर 240 रन बनाए थे।
जवाब में कंगारू टीम ने ट्रेविस हेड (137) के शतक की मदद से 43वें ओवर में ही लक्ष्य को हासिल कर लिया।
आइए मैच में बने रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।
मुकाबला
ऐसा रहा रोचक मुकाबला
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने नियमित अंतराल पर अपने विकेट खोए।
भारत से कप्तान रोहित शर्मा (47), विराट कोहली (54) और केएल राहुल (66) के अलावा अन्य बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सके। ऑस्ट्रेलिया से मिचेल स्टार्क ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए।
जवाब में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और उसने 47 रन तक अपने 3 विकेट खो दिए थे।
इस मुश्किल घड़ी में हेड और मार्नस लाबुशेन (58*) ने उम्दा पारी खेलते हुए टीम को जीत दिला दी।
रोहित
विश्व कप के एक संस्करण में सर्वाधिक रन बनाने वाले कप्तान बने रोहित
रोहित ने 31 गेंदों में 47 रन की पारी खेली। वह अपने अर्धशतक से चूक गए।
उन्होंने इस विश्व कप में 11 मुकाबले खेले और इसकी 11 पारियों में 54.27 की उम्दा औसत के साथ 597 रन बनाए।
इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 3 अर्धशतक लगाए।
वह विश्व कप के 1 संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान बन गए। उन्होंने केन विलियमसन का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2019 के विश्व कप में 578 रन बनाए थे।
कोहली
कोहली ने लगाया अर्धशतक
रोहित के विकेट के पतन के बाद कोहली ने मोर्चा संभाला। उन्होंने अपने वनडे करियर का 72वां अर्धशतक लगाया।
वह 63 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी में 4 चौके लगाए।
यह इस विश्व कप में कोहली के बल्ले से निकलने वाली छठी अर्धशतकीय पारी रही।
अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने राहुल के साथ मिलकर 67 रन की भी साझेदारी की। उन्होंने इस संस्करण में 765 रन अपने नाम किए।
कोहली
एक संस्करण में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने कोहली
कोहली विश्व कप के एक संस्करण में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हैं।
उन्होंने सचिन तेंदुलकर का पिछला रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2003 संस्करण के 11 मैचों में 61.18 की औसत से कुल 673 रन बनाए थे।
सचिन के बाद इस सूची में मैथ्यू हेडन और रोहित हैं। बता दें कि हेडन ने 2007 संस्करण में 73.22 की औसत से 659 रन अपने नाम किए थे।
रोहित ने 2019 में 81.00 की औसत से कुल 648 रन बनाए थे।
राहुल
राहुल ने भी लगाया अर्धशतक
मुश्किल घड़ी में बल्लेबाजी करने आए राहुल ने धीमी बल्लेबाजी की। राहुल ने अपने वनडे करियर का 17वां अर्धशतक लगाया।
वह 107 गेंदों में 66 रन की पारी खेलकर छठे विकेट के रूप में आउट हुए। यह उनके इस विश्व कप का दूसरा अर्धशतक रहा।
इस संस्करण में उन्होंने 11 मैचों में 75.33 की औसत और 90.76 की स्ट्राइक रेट के साथ 452 रन बनाए, जिसमें 1 शतक भी शामिल रहा।
जैम्पा
संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट वाले स्पिनर बने जैम्पा
एडम जैम्पा ने अपने कोटे के 10 ओवर में 4.40 की इकॉनमी से 44 रन देकर 1 विकेट चटकाया। इसके साथ ही टूर्नामेंट में उनके 23 विकेट हो गए। मुथैया मुरलीधरन ने 2007 विश्व कप में 23 विकेट चटकाए थे।
वह विश्व कप के एक संस्करण में संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट लेने वाले स्पिनर बन गए हैं।
उन्होंने इस मामले में श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुरलीधरन की बराबरी कर ली है।
बुमराह
बुमराह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पूरे किए अपने 350 विकेट
जसप्रीत बुमराह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 350 विकेट पूरे किए।
बुमराह ने वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ ये व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल की। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श उनका 350वां शिकार बने।
इसके साथ-साथ उन्होंने अपने लिस्ट-A करियर के 200 विकेट भी पूरे किए हैं।
बुमराह अब 350 अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने वाले भारत के सिर्फ 10वें गेंदबाज बने हैं।
हेड
विश्व कप फाइनल में शतक लगाने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई बने ट्रेविस हेड
हेड ने अपने वनडे करियर का 5वां शतक लगाया। वह विश्व कप के फाइनल में शतक जड़ने वाले सिर्फ 7वें बल्लेबाज बने हैं। वह 120 गेंदों में 137 रन बनाकर आउट हुए।
वह वैश्विक प्रतियोगिता के खिताबी मुकाबले में शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलिया के सिर्फ तीसरे बल्लेबाज बने हैं।
उनसे पहले एडम गिलक्रिस्ट ने 2007 विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 149 रन बनाए थे, जबकि रिकी पोंटिंग ने 2003 में भारत के खिलाफ नाबाद 140 रन बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार जीता खिताब
यह ऑस्ट्रेलिया का छठा खिताब है। इससे पहले कंगारू टीम 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में विश्व विजेता रह चुकी है। भारतीय टीम अपने तीसरे खिताब से चूक गई।
बता दें कि भारत ने कपिल देव की कप्तानी में 1983 में और महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में खिताब पर कब्जा जमाया था।
इसके अलावा भारतीय टीम सौरव गांगुली की कप्तानी में विश्व कप 2003 में भी उपविजेता रही थी।