मुश्ताक अली ट्रॉफी 2023: इस सीजन में सर्वाधिक रन, सर्वाधिक विकेट और अन्य प्रमुख आंकड़े
बीते सोमवार (6 नवंबर) को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में पंजाब ने बड़ौदा को 20 रन से हराते हुए पहली बार यह खिताब जीता। मोहाली में खेले गए खिताबी मैच में पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अनमोलप्रीत सिंह के शतक (113) की बदौलत 223/4 का स्कोर बनाया। जवाब में अर्शदीप सिंह की घातक गेंदबाजी (4/23) के सामने बड़ौदा 203/7 का स्कोर ही बना सका। आइए इस संस्करण के प्रमुख आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
रियान पराग ने बनाए सर्वाधिक रन
असम के कप्तान रियान पराग का बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन रहा। उन्होंने असम को पहली बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। पराग ने इस संस्करण में 10 मैचों में 85 की प्रभावशाली औसत और 182.79 की स्ट्राइक रेट के साथ 510 रन बनाए। इस बीच उनके बल्ले से 7 अर्धशतक भी निकले। वह इस बार 500 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज रहे।
पराग ने लगाए लगातार 7 अर्धशतक
रियान ने टूर्नामेंट में लगातार 7 अर्धशतक लगाए और विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग, हैमिल्टन मसाकाद्जा, कामरान अकमल, जोस बटलर, डेवोन कॉनवे और वेन मैडसेन के लगातार 5 टी-20 अर्धशतकों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। उन्होंने बिहार, सर्विसेज, सिक्किम, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, केरल और बंगाल की टीमों के खिलाफ अर्धशतक लगाए। पराग ने ओडिशा के खिलाफ पहले मैच में 19 गेंदों में 45 रन बनाए।
इन बल्लेबाजों ने भी किया उम्दा प्रदर्शन
पंजाब के अभिषेक शर्मा के लिए भी ये सीजन अच्छा रहा। उन्होंने 10 मैचों में 48.50 की औसत से 485 रन बनाए, जिसमें 2 शतक भी शामिल रहे। वह पराग के बाद दूसरे सर्वाधिक रन वाले बल्लेबाज रहे। अनमोलप्रीत ने भी 355 रन बनाए और पंजाब को टूर्नामेंट जिताने में अहम भूमिका निभाई। केरल के विष्णु विनोद ने भी अपना काम बखूबी किया और 8 मैचों में 51.85 की औसत से 363 रन बनाए।
रवि तेजा ने लिए सर्वाधिक विकेट
हैदराबाद के रवि तेजा इस संस्करण में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त हुए। उन्होंने इस बार 7 मैचों में 10.10 की औसत और 7.11 की इकॉनमी रेट से 19 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने इस अभियान में 1 फाइव विकेट हॉल भी लिया। चंडीगढ़ के खिलाफ उनके 13 रन देते हुए 6 विकेट लिए। यह इस टूर्नामेंट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। उन्होंने दीपक पुनिया के पिछले रिकॉर्ड (6/14) को तोड़ा।
इन गेंदबाजों ने भी किया शानदार प्रदर्शन
दिल्ली के सुयश शर्मा इस संस्करण के प्रभावशाली गेंदबाज रहे। उन्होंने 7 मैचों में 7.22 की औसत के साथ 18 विकेट लिए। इस बीच उनकी इकोनॉमी रेट 4.64 की रही। अतीत शेठ ने भी 18 विकेट झटके और बड़ौदा के लिए शानदार प्रदर्शन किया। उनका औसत 14.27 का रहा। भुवनेश्वर कुमार, तुषार देशपांडे और सिद्धार्थ कौल ने 16-16 विकेट लिए और अपनी-अपनी टीमों के लिए अभूतपूर्व प्रदर्शन किया।
तुषार देशपांडे ने ली हैट्रिक
मुंबई के देशपांडे ने मिजोरम के खिलाफ हैट्रिक ली। उन्होंने अपने 4 ओवरों में 13 रन देते हुए 4 विकेट लिए। उनकी असाधारण गेंदबाजी के सामने मिजोरम 77 रनों पर सिमट गई। देशपांडे की हैट्रिक में विकास कुमार, जेहू एंडरसन और जोसेफ लालथनखुमा आउट हुए।
इस सीजन के अन्य आंकड़ों पर एक नजर
तिलक वर्मा ने बड़ौदा के खिलाफ 69 गेंदों में नाबाद 121 रन बनाए, जो इस अभियान में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर रहा। बिहार के बिपिन सौरभ ने 7 मैचों में 420 रन बनाए, जो तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। अभिषेक का स्ट्राइक रेट 192.46 रहा, जो इस अभियान में 200 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में सर्वश्रेष्ठ है। सुयश का इकॉनमी रेट 4.64 रहा, जो कम से कम 10 विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सबसे अच्छा रहा।
न्यूजबाइट्स प्लस
पंजाब ने मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल का सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड (223/4) अपने नाम किया। इससे पहले पंजाब ने ही आंध्र प्रदेश खिलाफ 6 विकेट खोकर 275 रन बनाए थे, जो किसी भारतीय टी-20 टीम द्वारा दर्ज किया गया सबसे बड़ा स्कोर है।