क्रुणाल पंड्या से विवाद के बाद कैंप छोड़ने वाले दीपक हूडा पूरे सीजन से हुए निलंबित
क्या है खबर?
बड़ौदा के कप्तान क्रुणाल पंड्या के साथ विवाद के कारण सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी कैंप छोड़ना दीपक हूडा को भारी पड़ गया है।
अब बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) ने हूडा को इस पूरे सीजन के लिए निलंबित कर दिया है।
एसोसिएशन का कहना है कि अगले सीजन से चाहें तो वह दोबारा बड़ौदा के लिए खेल सकते हैं।
हालांकि, एसोसिएशन के कुछ लोगों ने हूडा को सीजन से बाहर करने की खिलाफत भी की है।
मामला
हूडा ने क्रुणाल पर गाली देने का आरोप लगाकर छोड़ा था कैंप
मुश्ताक अली ट्रॉफी शुरु होने से एक दिन पहले ही हूडा ने बड़ौदा कैंप छोड़ दिया था।
उन्होंने BCA को एक पत्र लिखा था और बताया था कि कप्तान क्रुणाल पंड्या द्वारा गाली दिए जाने के कारण उन्होंने कैंप छोड़ा है।
हूडा ने बताया था कि क्रुणाल लगातार उन्हें गालियां दे रहे थे और उन्हें अपनी दादागिरी दिखा रहे थे।
इस बात से बेहद परेशान होकर उन्होंने कैंप छोड़ने का निर्णय लिया था।
बयान
पूरे घरेलू सीजन के लिए नहीं चुने जाएंगे हूडा
BCA प्रेस और पब्लिसिटी कमेटी के चेयरमैन सत्यजीत गायकवाड़ ने कहा कि अपेक्स काउंसिल ने निर्णय लिया है कि इस पूरे घरेलू सीजन में बड़ौदा के लिए खेलने के लिए हूडा को नहीं चुना जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, "मामले के बारे में टीम मैनेजर और कोच की रिपोर्ट देखने और हूडा के साथ भी बात करने के बाद यह निर्णय लिया गया है। 2021-22 सीजन में हूडा फिर से बड़ौदा के लिए खेल सकते हैं।"
प्रतिक्रिया
हूडा को बैन करना जरूरी नहीं था- BCA ज्वाइंट सेक्रेटरी
भले ही हूडा को सीजन से निलंबित कर दिया गया है, लेकिन एसोसिएशन के कुछ सदस्य उन्हें निलंबित किए जाने के पक्ष में नहीं है।
BCA के ज्वाइंट सेक्रेटरी पराग पटेल ने कहा, "अपनी समस्या के बारे में टीम मैनेजमेंट से बात किए बिना टीम छोड़कर चले जाने वाले हूडा ने गलती की है। हालांकि, पूरे सीजन के लिए उन्हें बैन करना जरूरी नहीं था। उन्हें उनकी गलती की सजा दी जाती और फिर उन्हें खेलने दिया जाता।"
करियर
ऐसा रहा है हूडा का घरेलू करियर
25 साल के हूडा ने 2014 में फर्स्ट-क्लास, लिस्ट-ए और 2013 में टी-20 डेब्यू किया था।
अब तक उन्होंने 46 फर्स्ट-क्लास, 68 लिस्ट-ए और 123 टी-20 मैच खेले हैं।
उन्होंने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में लगभग 43 की औसत के साथ 2,908 रन बनाए हैं जिसमें नौ शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं।
लिस्ट-ए में उन्होंने लगभग 39 की औसत के साथ 2,059 रन बनाए हैं।
टी-20 में उन्होंने 1,718 रन बनाए हैं।