वनडे क्रिकेट: एक कैलेंडर साल में सर्वाधिक विकेट लेने शीर्ष गेंदबाजों पर एक नजर
वनडे क्रिकेट के इतिहास में आज तक कोई भी गेंदबाज 1 कैलेंडर साल में 100 विकेट तो दूर 70 विकेट भी नहीं ले पाया है। शीर्ष खिलाड़ियों में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का दबदबा रहा है। अगर इस प्रारूप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की बात करें तो पहले स्थान पर श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन (534 विकेट) हैं। आइए 1 कैलेंडर साल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों के बारे में जानते हैं।
सकलैन मुश्ताक (69 विकेट)
इस सूची में पहले स्थान पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज सकलैन मुश्ताक हैं। उन्होंने साल 1997 में 36 वनडे मुकाबले खेले थे। इसकी 34 पारियों में 314.2 ओवर गेंदबाजी की थी और 17 मेडन ओवर के साथ 69 विकेट झटके थे। उनकी औसत 18.73 की रही थी। उन्होंने पूरे साल 3 बार 4 विकेट हॉल और 2 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/38 का रहा था।
सकलैन मुश्ताक (65 विकेट)
इस सूची में दूसरे स्थान पर भी मुश्ताक ही हैं। उन्होंने साल 1996 में 33 वनडे मुकाबले खेले थे। इसकी 32 पारियों में उन्होंने 289 ओवर में 12 मेडन ओवर के साथ 65 विकेट झटके थे। उनकी औसत उस साल 19.52 की रही थी। उन्होंने 2 बार 4 विकेट हॉल और 2 बार 5 विकेट हॉल लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/39 का रहा था। मुश्ताक ने पूरे साल 4.39 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी।
सईद अजमल (63 विकेट)
सूची में तीसरे स्थान पर पाकिस्तान के एक और स्पिन गेंदबाज सईद अजमल हैं। उन्होंने साल 2013 में 33 वनडे मुकाबले खेले थे। इसकी 33 पारियों में 20.45 की औसत से 62 विकेट लिए थे। उन्होंने 306.3 ओवर गेंदबाजी की थी और 15 मेडन ओवर डाले थे। उन्होंने 2 बार 4 विकेट हॉल और 1 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किया था। अजमल का उस साल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/24 का रहा था।
शेन वॉर्न (62 विकेट)
इस सूची में चौथे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न हैं। उन्होंने साल 1999 में 37 वनडे मुकाबले खेले थे। इसकी 36 पारियों में 23.27 की औसत से 62 विकेट झटके थे। उन्होंने उस साल 2 बार 4 विकेट हॉल अपने नाम किए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/29 का रहा था। उन्होंने उस साल 329.1 ओवर गेंदबाजी की थी और 27 मेडन ओवर भी डाले थे।