भारत के विरुद्ध वनडे में इन श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाजों ने किया है सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
बीते रविवार को श्रीलंका क्रिकेट टीम ने दूसरे वनडे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम को 32 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही श्रीलंका ने 3 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। कोलंबो में खेले गए मुकाबले में मेजबान टीम से जेफरी वेंडरसे ने अविश्वसनीय गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट लिए। इस बीच भारत के विरुद्ध वनडे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करने वाले श्रीलंकाई स्पिनरों के बारे में जानते हैं।
मुथैया मुरलीधरन (शारजाह में 7/30, 2000)
भारत और श्रीलंका के बीच 2000 में हुए वनडे में दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। शारजाह में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी मैच में 295 रनों का पीछा करते हुए भारत ने एक समय 99/2 का स्कोर बना लिया था। इसके बाद मुरलीधरन ने भारत के मध्य और निचले क्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने अपने 10 ओवर में 30 रन देते हुए 7 विकेट लिए और भारतीय टीम को 226 (48.5 ओवर) पर ढेर कर दिया।
अजंता मेंडिस (कराची में 6/13, 2008)
पूर्व स्पिनर अजंता मेंडिस ने एशिया कप के इतिहास में पहली बार 6 विकेट चटकाए थे। उन्होंने 2008 में भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त किया था। कराची में खेले गए मैच में जीत के लिए मिले 274 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम टीम मेंडिस की गेंदबाजी के आगे सिर्फ 173 रनों पर ढेर हो गई थी। मेंडिस ने 8 ओवर में 13 रन देकर 6 विकेट चटकाए और श्रीलंका ने 100 रनों से जीत दर्ज की थी।
जेफरी वेंडरसे (कोलंबो में 6/33, 2024)
बीते रविवार को कोलंबो में खेले गए मैच में जीते के लिए मिले 241 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 208 रन पर ही आउट हो गई। वेंडरसे ने स्पिन के लिए मददगार दिख रही पिच पर भारतीय बल्लेबाजों से कठिन सवाल पूछे। उन्होंने अपने 10 ओवर में 33 रन देते हुए 6 विकेट लिए। यह उनके वनडे करियर का पहला 5 विकेट हॉल साबित हुआ।
भारत के विरुद्ध 5 विकेट हॉल वाले दूसरे लेग स्पिनर बने वेंडरसे
वेंडरसे भारत के विरुद्ध 5 विकेट हॉल लेने वाले दूसरे लेग स्पिनर बने। उनसे पहले यह कारनामा पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुस्ताक अहमद ने किया था। उन्होंने साल 1996 में टोरंटो में भारत के खिलाफ 36 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किया थे।
अकिला धनंजय (पल्लेकेले में 6/54, 2017)
2017 के पल्लेकेले वनडे में 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत का स्कोर एक समय 109/0 था। इसके बाद अकिला धनंजय ने मेहमान टीम को मुश्किल में डाल दिया। उन्होंने भारत के शीर्ष 8 में से 6 विकेट चटकाए। उनकी उम्दा गेंदबाजी से भारत का स्कोर 131/7 हो गया। संकट की घड़ी में महेंद्र सिंह धोनी (45*) और भुवनेश्वर कुमार (53*) ने भारत को जीत दिलाई। धनंजय ने 10 ओवर में 54 रन देकर 6 विकेट चटकाए।