#BirthdaySpecial: शेन वॉर्न के जन्मदिन पर जानिए उनके कुछ रोचक तथ्य और रिकॉर्ड
दुनिया के महान स्पिनर्स में से एक शेन वॉर्न आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। 13 सितंबर 1969 को जन्में वॉर्न 1993 के एशेज के दौरान ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में इंग्लैंड के माइक गेटिंग को अपनी करिशमाई गेंद पर आउट कर सुर्खियों में आए थे। वॉर्न की इस गेंद को ही 'शताब्दी की सर्वश्रेष्ठ गेंद' (Ball of the Century) कहा जाता है। आज हम आपको शेन वॉर्न के जन्मदिन पर उनके कुछ रोचक तथ्य और रिकॉर्ड्स बताते हैं।
क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियों में गिने जाते हैं शेन वॉर्न
शेन वॉर्न के कुछ रोचक तथ्य
बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि शेन वॉर्न की दोनों आखों का रंग अलग-अलग है। उनकी एक आंक नीली और दूसरी हरी है। वॉर्न का नाम कई मॉडल के साथ जोड़ा जाता है। 2000 में एक ब्रिटिश नर्स को मैसेज करने के कारण वॉर्न को ऑस्ट्रेलिया के उप-कप्तान के पद से हटा दिया गया था। वॉर्न रिटायरमेंट लेने के बाद से अपनी फाउंडेशन चला रहे हैं, जो गंभीर रूप से बीमार और कमजोर बच्चों के लिए काम करती है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 1,000 से ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज़ हैं वॉर्न
वॉर्न क्रिकेट के सबसे प्रारंभिक फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। टेस्ट क्रिकेट के 145 मैचों में वॉर्न के नाम 708 विकेट हैं। वहीं वनडे क्रिकेट के 194 मैचों में वॉर्न के नाम 293 विकेट हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में वॉर्न तीसरे नंबर पर हैं। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में मुरलीधरन के बाद 1,000 से ज्यादा विकेट लेने वाले वॉर्न दूसरे गेंदबाज़ हैं।
शेन वॉर्न के कुछ और बड़े रिकॉर्ड
एशेज के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड शेन वॉर्न के नाम है। एशेज के 36 मैचों में वॉर्न के नाम 195 विकेट हैं। बता दें कि वॉर्न के इस रिकॉर्ड का टूटना लगभग नामुमकिन माना जाता है। साथ ही वॉर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा (125) कैच पकड़ने के मामले में 7वें पायदान पर हैं। IPL 2008 में वॉर्न ने अपनी कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स को पहला खिताब जिताया था।
शेन वॉर्न के कुछ ऑफ-फील्ड विवाद
2003 विश्व कप से ठीक पहले वॉर्न बैन कर दिए गए थे। हालांकि, जांच में वॉर्न ने बताया कि उन्होंने अपनी मां के कहने से एक दवा का सेवन किया था, जिसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें एक साल के लिए बैन कर दिया था। अपने बैन के दौरान वॉर्न क्रिकेट कमेंटेटर की भूमिका भी निभा चुके हैं। 1995 में एक बुकी को पिच के बारे में जानकारी देने के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्न पर भारी जुर्माना लगाया था।