यूरो कप 2020: इंग्लैंड को हराकर इटली ने जीता खिताब, पेनल्टी शूटआउट में निकला परिणाम
लंदन के एतिहासिक वेंबली स्टेडियम में खेले गए यूरो कप 2020 के फाइनल मुकाबले में इटली ने जीत दर्ज की है। खिताबी मुकाबले में इटली ने इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट के जरिए 3-2 से हरा दिया। बता दें एक्स्ट्रा टाइम तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 से बराबरी पर था, जिसके बाद परिणाम के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लेना पड़ा था। एक नजर डालते हैं मुकाबले पर।
एक्स्ट्रा टाइम के बाद बराबरी पर रही दोनों टीमें
मैच की शुरुआत में ही इंग्लैंड के लिए ल्यूक शॉ ने शानदार गोल करके टीम को बढ़त दिला थी। पहले हाफ की समाप्ति तक इंग्लैंड ने इटली पर अपनी 1-0 की बढ़त बरकरार रखा। हालांकि, दूसरे हाफ में इटली के लियोनार्डो बोनुची ने 67वें मिनट में गोल करके टीम को बराबरी पर खड़ा कर दिया। इसके बाद लगातार हो रहे आक्रमणों के बीच दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। वहीं एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी परिणाम नहीं निकल सका।
यूरो फाइनल में शॉ और बोनुची ने बनाए ये रिकार्ड्स
ऑप्टा के अनुसार, शॉ द्वारा दूसरे मिनट में लगाया गया गोल यूरोपियन चैंपियनशिप के फाइनल में अब तक का सबसे तेज गोल था। साथ ही इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए उनका पहला गोल था। इस बीच, बोनुची (34 वर्ष और 71 दिन) यूरो फाइनल में सबसे उम्रदराज स्कोरर बन गए हैं, जिन्होंने 1976 में बर्नड होल्जेनबेन के पिछले रिकॉर्ड (30 वर्ष और 103 दिन) को तोड़ दिया है।
इटली ने दूसरी बार यूरो खिताब जीता
इटली अपने पिछले 34 मैचों से (सभी प्रतियोगिताओं को मिलाकर) अजेय बनी हुई है। इसके अलावा उन्होंने लगातार 14 मैच भी जीते हैं। यूरो 2020 में अपने सभी सातों मैच जीतकर इटली ने जीत का शत-प्रतिशत रिकॉर्ड बनाकर रखा। इटली के लिए यह दूसरा यूरो खिताब था। यह यूरोपीय चैम्पियनशिप फाइनल में उनकी चौथी भागीदारी थी। इससे पहले 2000 और 2012 में फाइनल हार चुके हैं और 1968 में खिताब जीत चुके हैं।
इटली ने छठा मेजर टूर्नामेंट खिताब जीता
इटली ने अपना छठा मेजर टूर्नामेंट खिताब (4 विश्व कप, 2 यूरो) जीता है। यूरोपीय देशों के बीच केवल जर्मनी (7) ने उनसे अधिक खिताब जीते हैं।
लम्बे समय से कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत सका है इंग्लैंड
इंग्लैंड का पिछले 12 मैचों से अजेय बने रहने का सिलसिला फाइनल में टूट गया। वे अपने पहले यूरोपीय चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे। इंग्लैंड ने 1966 के विश्व कप के बाद से कोई मेजर टूर्नामेंट नहीं जीता है।