अपना फेयरवेल मैच खेलने को तैयार वेन रूनी के इंटरनेशनल करियर पर एक नजर
इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा गोल दागने वाले वेन रूनी इंटरनेशनल करियर का विदाई मैच खेलने के लिए तैयार हैं। रूनी ने 119 अपिएरेंस में 53 गोल दागे हैं। रूनी ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरूआत 2003 में की थी। पदार्पण के समय रूनी की उम्र 17 साल 111 दिन थी और वे इंग्लैंड के लिए खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे। पहले ही मैच में गोल दागकर इंग्लिश टीम के सबसे युवा गोलस्कोरर बने थे रूनी।
आयरलैंड को ठुकराया, इंग्लैंड को अपनाया
वेन रूनी की दादी आयरलैंड की थीं और उनके पास आयरलैंड के लिए खेलने का सुनहरा मौका था, लेकिन उन्होंने इंग्लैंड के लिए खेलने का फैसला किया। रूनी ने 2015 में इस बात का खुलासा किया था कि, उन्हें 16 साल की उम्र में ही आयरलैंड की तरफ से न्यौता आया था लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था। रूनी का कहना था कि वे पूरी तरह से इंग्लिश हैं और इंग्लैंड का नेतृत्व करना उनका सपना है।
इंग्लैंड के सबसे युवा स्कोरर
रूनी ने पदार्पण करने के बाद 17 साल 317 दिन की उम्र में इंग्लैंड के लिए पहला गोल दागा, और इंग्लिश टीम के सबसे युवा गोल स्कोरर बन गए। रूनी ने 2004 में अपना पहला यूरो कप खेला, और 17 जून 2004 को स्विटज़रलैंड के खिलाफ 2 गोल दागकर वो यूरो कप में गोल दागने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। हालांकि रूनी का यह रिकार्ड 4 दिन बाद ही स्विस मिडफील्डर होहान द्वारा तोड़ दिया गया था।
इंग्लैंड की कप्तानी और नंबर 10 शर्ट
रूनी ने सबसे पहले 14 नवंबर 2009 को ब्राज़ील के खिलाफ दोस्ताना मैच में इंग्लैंड की कप्तानी की थी। रूनी ने 2010 फीफा वर्ल्डकप के क्वालीफाइंग मैचों में इंग्लैंड के लिए कुल 9 गोल दागे थे, और फिर 2010 वर्ल्डकप के लिए अफ्रीका जाने के बाद मैनेजर फैबियो कैपेलो ने उन्हें 10 नंबर की शर्ट दी थी। फैंस द्वारा धिक्कारे जाने की आलोचना करने के बाद रूनी 2010 वर्ल्डकप में विवादों में घिर गए थे।