फुटबॉल: विदेशी क्लबों के लिए खेल चुके हैं ये भारतीय फुटबॉलर्स
हाल ही में भारतीय महिला फुटबॉल टीम की खिलाड़ी बाला देवी को स्कॉटलैंड के दिग्गज क्लब रेंजर्स FC ने साइन किया था। 18 महीनों का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के साथ ही बाला किसी विदेशी क्लब से प्रोफेशल कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉल खिलाड़ी बनी थीं। पुरुषों की बात करें तो अब तक कई फुटबॉलर्स ने विदेशी क्लब्स के लिए खेला है। एक नजर डालते हैं विदेशी क्लबों के लिए खेल चुके पांच भारतीय फुटबॉलर्स पर।
विदेशी क्लब के लिए खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी
मोहम्मदीन स्पोर्टिंग क्लब को ढेर सारी सफलता दिलाने वाले मोहम्मद सलीम 1936 में किसी यूरोपियन क्लब के लिए खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने थे। सेल्टिक FC के प्रोफेशनल फुटबॉलर्स के बीच सलीम ने नंगे पांव खेलकर सबको प्रभावित किया था। हालांकि, कुछ समय बाद ही उन्हें घर की याद सताने लगी और वह वापस भारत चले आए। उन्हें रोकने के लिए सेल्टिक ने काफी प्रयास किए, लेकिन रोकने में सफल नहीं हो सके।
यूरोपियन लीग में स्कोर करने वाले पहले भारतीय
भारत के महान फुटबॉलर्स में से एक बाईचुंग भूटिया यूरोपियन लीग में गोल दागने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने 1999 में इंग्लिश क्लब बरी FC के लिए अपना डेब्यू किया और क्लब के लिए खेले 37 मुकाबलों में तीन गोल दागे। भूटिया को भारतीय फुटबॉल के पथ प्रदर्शक के रूप में जाना जाता है और 2014 में वह AFC हाल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने थे।
भारत के लिए सबसे ज़्यादा गोल दागने वाला खिलाड़ी
भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह भारत के लिए सबसे ज़्यादा मुकाबले खेलने और सबसे ज़्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी हैं। छेत्री ने 2010 में मेजर लीग शॉकर (MLS) क्लब कंसास सिटी के साथ अपना विदेशी करियर शुरु किया, लेकिन कम समय मिलने के कारण उन्होंने क्लब छोड़ दिया। 2012 में उन्होंने पुर्तगाल के स्पोर्टिंग क्लब को ज्वाइन किया और रिजर्व टीम के लिए दो साल खेले।
यूरोपियन टॉप टियर में खेलने वाले पहले भारतीय गोलकीपर
सुब्रता पाल को भारत का अब तक का सबसे बेहतरीन गोलकीपर माना जाता है और वह यूरोपियन टॉप टियर टीम के लिए खेलने वाले पहले भारतीय गोलकीपर बने थे। 2014 में सुब्रता को डेनमार्क के क्लब FC वेस्टजालेंड ने साइन किया और यह क्लब डैनिश सुपरलीगा में खेलती है। फर्स्ट-टीम का सदस्य होने के बावजूद उन्हें कोई मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला और क्लब के रिजर्व टीम के साथ खेले।
यूरोपा लीग में खेलने वाला पहला भारतीय खिलाड़ी
वर्तमान समय में भारतीय टीम और इंडियन सुपर लीग (ISL) क्लब बेंगलुरु FC के फर्स्ट-च्वाइस गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने विदेश में काफी सफलता हासिल की है। अगस्ता 2014 में संधू ने नॉर्वे के क्लब स्टाबेक के साथ कॉन्ट्रैैक्ट साइन किया और जनवरी 2015 को क्लब के लिए सीनियर टीम डेब्यू किया। 30 जून, 2016 को वह यूरोपा लीग खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने थे और फिर 2017 में उन्होंने क्लब छोड़ दिया।