भारत ने जीती बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी, आंकड़ों में ऐसी रही टेस्ट सीरीज
भारत ने गाबा में खेले गए आखिरी टेस्ट में तीन विकेट से जीत हासिल करके ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया। ऑस्ट्रेलिया ने पहला एडिलेड टेस्ट में जीत दर्ज की थी, जिसके बाद भारत ने दूसरे मेलबर्न टेस्ट को जीतकर बराबरी की। इसके बाद तीसरा सिडनी टेस्ट ड्रा रहा जबकि आखिरी मुकाबले में भारत ने पलटवार करते हुए सीरीज अपने नाम की। आइए इस सीरीज पर एक नजर डालते हैं।
लाबुशेन और स्मिथ ने बल्ले से दिखाया दम
इस सीरीज में मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज साबित हुए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में लाबुशेन ने 53.25 की औसत से सर्वाधिक 426 रन बनाए, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। दूसरी तरफ स्मिथ ने 44.71 की औसत से 313 रन बनाए, जिसमें एक शतक भी शामिल है। इस बीच वह ऑस्ट्रेलिया की ओर से आठवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हैं।
भारत की ओर से पंत और पुजारा ने किया कमाल
ऋषभ पंत ने 68.5 की औसत से 274 रन बनाए और भारत के लीडिंग स्कोरर रहे। इस बीच उन्होंने 97 के उच्चतम स्कोर के साथ दो अर्धशतक भी लगाए। दूसरी पर चेतेश्वर पुजारा ने इस सीरीज में 33.87 की औसत से 271 रन बनाए। उन्होंने सिडनी टेस्ट की दोनों पारियों में (50 और 77) अर्धशतक लगाए थे। बता दें पुजारा ने इस दौरे में सर्वाधिक 928 गेंदों का सामना किया।
कमिंस ने हासिल किए सर्वाधिक विकेट
टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष रैंकिंग के गेंदबाज पैट कमिंस ने शानदार प्रदर्शन किया और चार मैचों में 21 विकेट हासिल किए। वह इस सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। इस बीच उन्होंने पांच बार भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा का विकेट लिया। उन्होंने हर मैच में अपनी तेज और सटीक गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों से कठिन सवाल पूछे और सफलता हासिल की। वह अपने कप्तान के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज थे।
युवा गिल ने अपनी बेखौफ बल्लेबाजी से प्रभावित किया
भारत की ओर से युवा शुभमन गिल ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। सलामी बल्लेबाज गिल ने तीन मैचों में 51.80 की जबरदस्त औसत से 259 रन अपने नाम किए, जिसमें 91 के उच्चतम स्कोर के साथ दो अर्धशतक भी शामिल थे। सीरीज के दूसरे मेलबर्न टेस्ट में अपना डेब्यू करने वाले गिल ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया और 60.65 के स्ट्राइक रेट से रन अपने नाम किए।
भारत ने बनाया सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड
इस टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हुआ, जब पहले एडिलेड टेस्ट में भारत ने (36/9 पारी घोषित) अपना सबसे कम स्कोर बनाया। यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास का कुल सातवां सबसे कम स्कोर था। इससे पहले भारत का सबसे कम स्कोर 42 था, जो 1974 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। पिंक बॉल टेस्ट में भारत को कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका।
भारत की ओर से सिराज ने लिए सबसे ज्यादा विकेट
मुख्य तेज गेंदबाजों के चोटिल होने के कारण मोहम्मद सिराज को मेलबर्न टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला। वह इस सीरीज में भारत की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उन्होंने तीन मैचों में 29.53 की औसत से 13 विकेट लिए।