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राष्ट्रमंडल खेलों 2030 की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा भारत- रिपोर्ट 
राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी चाहता है भारत (तस्वीर: एक्स/@WeAreTeamIndia)

राष्ट्रमंडल खेलों 2030 की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा भारत- रिपोर्ट 

Feb 21, 2025
06:25 pm

क्या है खबर?

राष्ट्रमंडल खेलों 2030 की मेजबानी के लिए भारत ने अपनी दिलचस्पी जाहिर की है। खबरों के मुताबिक, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने इन खेलों की मेजबानी के संदर्भ में राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (CGF) के साथ अनौपचारिक चर्चा भी की है। ऐसे में भारत 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा। बता दें कि 31 मार्च मेजबानी के अधिकार के लिए बोली लगाने की अंतिम तिथि निर्धारित है।

बयान 

ओलंपिक की मेजबानी के लिए पहले ही आशय पत्र भेज चुका है भारत

भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने औपचारिक रूप अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) को एक आशय पत्र भेजा है, जिसमें 2036 में ओलंपिक और पैरालिंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत की रुचि व्यक्त की गई है। इस मामले से जुड़े सूत्र ने IANS को बताया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2036 में भारत में ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी करने के सपने ने एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है। इससे देश को फायदा पहुंच सकता है। "

मेजबानी 

2010 में इन खेलों की मेजबानी कर चुका है भारत

भारत ने 19वें राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी 2010 में की थी। देश की राजधानी नई दिल्ली में इन वैश्विक खेलों का आयोजन हुआ था। अपने घर पर खेलते हुए भारत ने उन खेलों में कुल 101 पदक जीते थे, जिनमें 38 स्वर्ण पदक शामिल थे। ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था। एशिया में भारत के अलावा सिर्फ मलेशिया ऐसा देश है, जिसने राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की है।

इतिहास 

क्या है राष्ट्रमंडल खेल का इतिहास?  

जॉन एश्ले कूपर ने साल 1891 में सबसे पहले ऐसे खेल के आयोजन का सुझाव दिया था, जिसे 4 साल में एक बार कराया जाए। उनका मानना था कि खेलों से आपसी सौहार्द बढ़ता है और लोग करीब आते हैं। साल 1930 में पहली बार खेलों का आयोजन हुआ जिसे ब्रिटिश एंपायर गेम्स के नाम से जाना गया। इसमें 11 देशों के 400 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। 1978 में इन खेलों को कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम मिला।

प्रदर्शन 

राष्ट्रमंडल खेलों में ऐसा रहा है भारत का प्रदर्शन 

भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में 564 पदक जीते हैं। इस बीच कुश्ती (114) और भारोत्तोलन (133) भारत की ताकत रही है। वहीं भारत ने निशानेबाजी में 70, मुक्केबाजी में 44 और एथलेटिक्स में 46 पदक जीते हैं। भारत ने बैडमिंटन में अपनी पदक संख्या बढ़ाकर 31 कर ली है, उसके बाद टेबल टेनिस (28) का स्थान है। साथ ही भारत के पास महिला क्रिकेट (रजत) और तैराकी (कांस्य) में एक-एक पदक हैं।