पेरिस ओलंपिक 2024: कौन है अमन सहरावत, जिन्होंने कुश्ती में जीता कांस्य पदक?
क्या है खबर?
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने कमाल का खेल दिखाते हुए कुश्ती में भारत को पहला पदक दिलाया।
21 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 57 किलोग्राम भारवर्ग में पुअर्तो रिको के डारियान टोई क्रूज को 13-5 के अंतर से हरा दिया।
वह ओलंपिक में पदक जीतने वाले भारत के सबसे युवा खिलाड़ी भी बन गए हैं। यह पेरिस ओलंपिक में भारत का छठा पदक है।
ऐसे में आइए उनके बारे में जान लेते हैं।
परिचय
11 साल में अमन ने अपने माता-पिता को खो दिया
अमन हरियाणा के झज्जर के बिरोहर गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म साल 2003 में हुआ था। वह सिर्फ 11 साल के थे जब उन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया था।
उनके दादा ने उनका पालन पोषण किया था।
अमन ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती के दांव पेंच सीखे हैं। यहीं से सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, रवि दहिया और बजरंग पूनिया जैसे स्टार पहलवान निकले हैं। बचपन में अमन के प्रेरणा सुशील ही थे।
पदक
साल 2019 में सबकी नजरों में आए
अमन ने साल 2019 के एशियाई कैडेट चैंपियनशित में स्वर्ण पदक जीता था और इसी के बाद वह सबकी नजरों में आए थे।
साल 2022 में अमन ने इतिहास रचते हुए अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप मे स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
इसके बाद उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण और एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था। वह पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान थे।
भारतीय पहलवान ने लगातार 5वें ओलंपिक में भारत को पदक दिया है।
पहलवान
भारत के इन पहलवानों ने जीता है पदक
कुश्ती में भारत का पहला पदक साल 1952 में आया था। केडी जाधव ने 57 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। इसके 56 साल बाद बीजिंग ओलंपिक 2008 में पहलवान सुशील ने 66 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया।
उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था। इसी ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था।
रियो ओंलपिक में साक्षी मलिक और टोक्यो ओलंपिक में रवि और बजरंग ने कांस्य पदक जीता था।
फाइनल
अमन एकमात्र मुकाबला हारे
अमन पेरिस ओलंपिक में अपना एकमात्र मुकाबला जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची के खिलाफ हारे। यह सेमीफाइनल मुकाबला था।
हिगुची ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अमन को मात दी थी। हिगुची ने रियो ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था।
अमन ने राउंड ऑफ-16 में नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव और क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को हराया था। यह दोनों मुकाबले अमन ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अपने नाम किया था।