संसद भवन परिसर में पत्रकारों पर लगी पाबंदी, सामने आया वीडियो
क्या है खबर?
संसद परिसर के अंदर घूम-घूमकर सत्ता और विपक्ष के नेताओं के बयान लेने वाले पत्रकारों पर पाबंदी लगा दी गई है। अब उन्हें एक शीशे के कमरे से ही संसद के बाहर की आवाजाही कवर करनी होगी।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) ने कमरे में बैठे पत्रकारों का एक वीडियो एक्स पर साझा करते हुए इसका विरोध जताया और प्रतिबंध को हटाने की मांग की है।
पत्रकारों ने भी इस प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया है।
पाबंदी
क्या है पूरा मामला?
नए संसद भवन के मकर द्वार पर पत्रकार सांसदों की प्रतिक्रिया लेते थे। अब पत्रकार मकर द्वार के सामने खड़े नहीं हो सकेंगे। उनके लिए अलग से एक शीशे का कमरा बनाया गया है।
वीडियो में कमरा देखने में छोटा लग रहा है और पत्रकारों की भीड़ दिख रही है। यह फैसला किस कारण जारी गया है, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
कांग्रेस की सोशल मीडिया की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने भी वीडियो साझा किया है।
ट्विटर पोस्ट
वीडियो में कुछ ऐसा दिख रहा शीशे का कमरा
पिंजड़े में बंद पत्रकार !
— Madhurendra kumar मधुरेन्द्र कुमार (@Madhurendra13) July 29, 2024
पार्लियामेंट के ओपन एरिया में कवरेज को रेस्ट्रिक्ट किया गया।
विरोध में पत्रकारों ने पार्लियामेंट कवरेज का बहिष्कार किया।
संसद में मुद्दा गरमाया... pic.twitter.com/nonnRy9CYV
मुद्दा
राहुल गांधी ने लोकसभा में उठाया मुद्दा
राहुल ने सोमवार को संसद जाते समय पत्रकारों को शीशे वाले कमरे में देखा तो उन्होंने अपनी गाड़ी रोककर उनसे मुलाकात की।
इस दौरान पत्रकारों ने उनसे अपनी मांग रखी। संसद से जाते समय राहुल पत्रकारों से उस कमरे में मिले।
राहुल ने लोकसभा में बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देने के बाद पत्रकारों को कमरे में कैद करने का मुद्दा उठाया। उन्होंने स्पीकर से कहा, "आपने मीडिया वालों को एक पिंजड़े में बंद कर दिया है, कृपया उनको बाहर निकालिए।"
कारण
क्या है पत्रकारों को मकर द्वार से हटाने का कारण?
पत्रकारों को मकर द्वार के सामने से हटाने का लिखित कारण सामने नहीं आया, लेकिन बताया जा रहा है कि यह किसानों पर प्रवेश प्रतिबंधित से जुड़ा मामला है।
दरअसल, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राहुल द्वारा यह प्रश्न उठाने के बाद कहा कि उनको संसद के नियमों को पढ़ना चाहिए और सदन की व्यवस्थाओं पर कोई सदस्य प्रश्न नहीं उठा सकता।
बता दें, किसानों को प्रवेश न देने के फैसले पर राहुल ने मकर द्वार पर टिप्पणी की थी।