ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत: ऐसे रहे हैं भारतीय टीम द्वारा गाबा में खेले गए सभी छह टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का अंतिम मुकाबला ब्रिसबेन क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाना है। यह मैदान ऑस्ट्रेलिया के लिए तो अजेय किले जैसा है, लेकिन भारत का प्रदर्शन यहां बेहद निराशाजनक रहा है। फिलहाल 1-1 से बराबर चल रही इस सीरीज के निर्णायक मुकाबले में दोनों ही टीमें जीत हासिल करना चाहेंगी। आइए जानते हैं अब तक यहां खेले छह टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का प्रदर्शन कैसा रहा है।
बुरे तरीके से गंवाया पहला टेस्ट
1947 में भारत ने पहली बार ब्रिसबेन में टेस्ट खेला था जिसकी पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 382/8 का स्कोर बनाया था। पहली पारी में भारतीय टीम केवल 58 के स्कोर पर सिमट गई थी और उन्हें फॉलो-ऑन खेलना पड़ा था। फॉलो-ऑन खेलते हुए भी भारतीय टीम 98 के स्कोर पर सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया ने पारी तथा 226 रनों से मुकाबला अपने नाम किया था।
दूसरे टेस्ट में मिली करीबी हार
1968 में भारत ने ब्रिसबेन में दूसरा टेस्ट खेला। इसकी पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 379 रन बनाए थे। भारतीय टीम पहली पारी में 279 रन बना सकी थी जिसमें मंसूर अली पटौदी (74) और एम जयसिम्हा (74) ने सबसे अधिक रन बनाए थे। अंतिम पारी में भारत को जीत के लिए 395 रनों की जरूरत थी। जयसिम्हा (101), रुसी सुर्ती (64) और चंदू बोर्डे (63) की पारियों के बावजूद भारत को 39 रनों से हार मिली थी।
तीसरे टेस्ट में भी मिली बेहद करीबी हार
1977 में भारत ने ब्रिसबेन में तीसरा टेस्ट खेला। पहली पारी में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 166 रनों पर समेट दिया था, लेकिन खुद भी वे पहली पारी में 153 पर लुढ़क गए थे। बॉब सिम्पसन (89) की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को अंतिम पारी में 341 रनों का लक्ष्य दिया था। सुनील गावस्कर (113) और सैयद किरमानी (55) की पारियों के बावजूद भारत 324 रन ही बना सका था और उन्हें 16 रनों से हार झेलनी पड़ी थी।
चौथे टेस्ट में मिली 10 विकेट से हार
1991 में भारत ने ब्रिसबेन में चौथा टेस्ट खेला। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 239 रन बनाए थे जिसमें मनोज प्रभाकर (54*) ने सबसे अधिक रन बनाए थे। मार्क टेलर (94) की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 340 रन बनाए थे। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई और केवल 156 के स्कोर पर सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने 56 के लक्ष्य को बिना कोई विकेट गंवाए हासिल कर लिया था।
ड्रॉ पर समाप्त हुआ पांचवां टेस्ट
2003 दौरे का पहला टेस्ट ब्रिसबेन में खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने जस्टिन लैंगर (121) की बदौलत 323 रन बनाए थे। भारत ने पहली पारी में सौरव गांगुली (144) की बदौलत 409 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी मैथ्यू हेडन (99) की बदौलत 284/3 के स्कोर पर घोषित की थी। 199 का लक्ष्य मिलने पर भारत ने दो विकेट के नुकसान पर 73 रन बनाए थे और मैच ड्रॉ रहा था।
छठे टेस्ट में भी मिली भारत को हार
2014 में भारत ने ब्रिसबेन में छठा टेस्ट खेला था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने मुरली विजय (144) और अजिंक्या रहाणे (81) की बदौलत 408 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ (133) और मिचेल जॉनसन (88) की बदौलत पहली पारी में 505 रन बनाए थे। शिखर धवन (81) के बावजूद भारत दूसरी पारी में केवल 224 रन बना सका था। ऑस्ट्रेलिया ने 128 का लक्ष्य चार विकेट शेष रहते हासिल कर लिया था।