नवदीप सैनी का सफर: टेनिस गेंद से खेलने से लेकर भारत के लिए टेस्ट डेब्यू तक
क्या है खबर?
साल 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को टेस्ट डेब्यू का मौका भी मिल गया है।
07 जनवरी (गुरुवार) से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में सैनी सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर अपना टेस्ट डेब्यू करेंगे।
सैनी ने कड़ी मेहनत के दम पर 6-7 सालों में ही खुद को टॉप लेवल पर पहुंचाया है।
आइए जानें कैसा रहा है सैनी का अब तक का सफर।
शुरुआत
टेनिस गेंद से खेलकर प्रति मैच 200 से 500 रूपये कमाते थे सैनी
हरियाणा के करनाल में जन्में सैनी को शुरु से ही क्रिकेट खेलने का काफी शौक था, लेकिन पहले वह केवल टेनिस गेंद से ही खेलते थे।
दिल्ली के लिए रणजी खेलने वाले तेज गेंदबाज सुमित नरवाल करनाल प्रीमियर लीग का आयोजन कराते थे।
वहां सैनी को टेनिस गेंद से खेलने पर 200 से 500 रूपये तक एक मैच के मिलते थे। इन पैसों से वह करनाल प्रीमियर लीग में अपना भाग्य आजमाते रहे।
लेदर से शुरुआत
दिसंबर 2013 में पहली बार थामी लेदर की गेंद
सैनी की क्षमता देखकर नरवाल उन्हें दिल्ली लेकर आए और दिसंबर 2013 में पहली बार सैनी ने लेदर की गेंद को हाथ में थामा था।
दिल्ली रणजी टीम के कैंप में वीरेन्द्र सहवाग, गौतम गंभीर, आशीष नेहरा और मिथुन मन्हास जैसे खिलाड़ी मौजूद थे।
गंभीर ने युवा सैनी की घबराहट को दूर करने का काम किया और उनसे कहा कि टेनिस गेंद की तरह ही गेंदबाजी करते जाओ बाकि सब सही हो जाएगा।
समर्थन
सैनी को दिल्ली टीम में लेने के लिए चयनकर्ताओं से भिड़ गए थे गंभीर
सैनी को गंभीर का काफी समर्थन मिला है और लगभग हर इंटरव्यू में गंभीर के सहयोग को याद करके सैनी भावुक हो जाते हैं।
गंभीर ने सैनी के टैलेंट को पहचान लिया था और वह उन्हें हर हाल में दिल्ली की रणजी टीम में लेना चाहते थे।
हालांकि, चयनकर्ताओं को सैनी के टैलेंट पर शक था और वे उन्हें हरियाणा का होने के कारण भी टीम में नहीं लेना चाहते थे।
गंभीर ने लड़कर सैनी को टीम में लिया था।
फर्स्ट-क्लास डेब्यू
दिसंबर 2013 में सैनी ने किया था फर्स्ट-क्लास डेब्यू
14 दिसंबर, 2013 को विदर्भ के खिलाफ सैनी ने अपना फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया था और मैच में दो विकेट हासिल किए थे।
लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद 10 दिसंबर, 2015 को उन्होंने लिस्ट-ए और 02 जनवरी, 2016 को टी-20 डेब्यू किया था।
सैनी ने 46 फर्स्ट-क्लास मैचों में 128 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने 54 लिस्ट-ए मैचों में 81 विकेट चटकाए हैं।
लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले सैनी ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
IPL
2017 में मिला पहला IPL कॉन्ट्रैक्ट
2017 IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स ने 10 लाख रूपये में सैनी को खरीदा था। अगले साल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने उन्हें तीन करोड़ रूपये की कीमत में खरीदा।
हालांकि, सैनी को 2019 में IPL डेब्यू करने का मौका मिला और उन्होंने 13 मैचों में 11 विकेट हासिल किए थे।
डेब्यू सीजन में ही वह RCB के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज और कुल दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय करियर
2019 में किया टी-20 अंतरराष्ट्रीय और वनडे डेब्यू
IPL 2019 में शानदार प्रदर्शन के बाद सैनी ने 03 अगस्त, 2019 को वेस्टइंडीज में अपना टी-20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था।
उसी साल भारत में सैनी ने 22 दिसंबर को वेस्टइंडीज के ही खिलाफ अपना वनडे डेब्यू भी किया था।
भारत के लिए अब तक खेले नौ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सैनी ने 13 और सात वनडे मैचों में छह विकेट हासिल किए हैं।
टी-20 में उनकी इकॉनमी (7.16) काफी प्रभावी रही है।
ताकत
गति और शार्ट-पिच गेंदबाजी है सैनी की ताकत
सैनी के पास लगातार 140 या फिर उससे अधिक की गति से गेंदबाजी करने की क्षमता है जो उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
कंधे का काफी इस्तेमाल करने वाले सैनी शॉर्ट-पिच गेंदों का बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल करते हैं और बल्लेबाज को फ्रंटफुट पर नहीं आने देते।
सैनी का हाथ काफी तेजी से मूव करता है जिससे वह अधिक गति हासिल कर पाते हैं। वह 10-12 ओवर्स के लंबे स्पेल फेंकने में भी सक्षम हैं।