तमिलनाडु के कोच की नटराजन को सलाह, टेस्ट क्रिकेट में स्लोवर और यॉर्कर काम नहीं आएंगी
भारतीय क्रिकेट टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन के लिए यह दौरा एक के बाद एक खुशी लेकर आ रहा है। अन्य खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से उन्होंने पहले टी-20 और वनडे डेब्यू किया और अब इसी कारण टेस्ट डेब्यू के भी करीब हैं। हालांकि, तमिलनाडु के हेडकोच का कहना है कि नटराजन के लिए टेस्ट क्रिकेट आसान नहीं होगी क्योंकि यहां स्लोवर गेंद काम नहीं आती।
टेस्ट में काम नहीं आएंगी स्लोवर और यॉर्कर- वासु
तमिलनाडु टीम के हेडकोच दिवाकर वासु ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि टेस्ट में सफलता हासिल करने के लिए उन्हें गेंद को स्विंग कराना होगा। उन्होंने आगे कहा, "टेस्ट क्रिकेट आसान नहीं है। स्लोवर और यॉर्कर गेंदें टेस्ट में बहुत असरदार नहीं रहने वाली हैं। उनकी गति के हिसाब से बाउंसर भी उनके लिए सही विकल्प नहीं होगा। यदि वह खेलते हैं तो उन्हें एंगल और स्विंग पर काफी ध्यान देना होगा।"
बीते शुक्रवार को टेस्ट टीम में शामिल हुए हैं नटराजन
BCCI ने शुक्रवार को जारी की अपनी प्रेस रिलीज में कहा था कि दूसरे टेस्ट के दौरान लगी चोट से उमेश जल्दी नहीं उबर सकेंगे और इसी कारण वह पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं। आगे कहा गया, "ऑल-इंडिया सीनियर सिलेक्शन कमेटी ने नटराजन को उमेश के विकल्प के रूप में चुना है। बॉक्सिंग-डे टेस्ट से पहले शार्दुल ठाकुर को मोहम्मद शमी के विकल्प के रूप में टीम में लाया गया था।"
इस तरह होना चाहिए नटराजन का इस्तेमाल
वासु ने यह भी कहा कि टेस्ट डेब्यू कर रहे गेंदबाज को जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के मददगार के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "जो अपना टेस्ट डेब्यू कर रहा है और जिसके पास बहुत ज्यादा गति या स्विंग नहीं है को आप स्ट्राइक गेंदबाज नहीं बना सकते हैं। टीम में अन्य स्ट्राइक गेंदबाज हैं। वह ऐसे गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किए जा सकते हैं जो आए और कुछ विकेट चटकाए।"
स्लोवर और यॉर्कर गेंदें हैं नटराजन की ताकत
वरुण चक्रवर्ती के चोटिल होने के बाद ऑस्ट्रेलिया में टी-20 डेब्यू करने वाले नटराजन ने तीन टी-20 मैचों में 6.93 की इकॉनमी से रन देकर छह विकेट हासिल किए थे। स्लोवर गेंद फेंकना नटराजन की सबसे बड़ी ताकत है और वह डेथ ओवर्स में सटीक यॉर्कर भी फेंकते हैं। लिमिटेड ओवर्स में काफी सफल रहने वाले नटराजन को टेस्ट क्रिकेट में सफलता हासिल करने के लिए कुछ अलग करना होगा।