टी-20 विश्व कप तक रोहित के साथ ओपनिंग करेंगे कोहली
क्या है खबर?
इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टी-20 मुकाबले में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने ओपनिंग करते हुए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। दोनों ने नौ ओवर्स में पहले विकेट के लिए 94 रनों की साझेदारी कर डाली थी।
इस मुकाबले के परिणाम के बाद से कप्तान कोहली काफी खुश हैं और वह टी-20 विश्व कप तक रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करना चाहते हैं। इसकी तैयारी के लिए कोहली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी ओपनिंग करेंगे।
बयान
2021 टी-20 विश्व कप तक देना चाहता हूं रोहित का साथ- कोहली
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कोहली ने कहा कि वह IPL में ओपनिंग करेंगे और उनके पास अलग-अलग पोजीशन पर बल्लेबाजी करने का अनुभव है।
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि हमारा मध्यक्रम काफी मजबूत है। 2021 टी-20 विश्व तक मैं रोहित का साथ देना चाहूंगा। यह दो बेस्ट बल्लेबाजों को अधिक गेंद खेलने का मौका देने वाली बात है। हम दोनों में से कोई भी टिक गया तो विपक्षी को बड़ी क्षति पहुंचा सकता है।"
टी-20 अंतरराष्ट्रीय
टी-20 अंतरराष्ट्रीय में ओपनिंग करते हुए सबसे अधिक रही है कोहली की स्ट्राइक-रेट
90 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके कोहली की स्ट्राइक-रेट ओपनिंग करते हुए ही सबसे अधिक है। कोहली ओपनिंग से लेकर छह नंबर तक बल्लेबाजी कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने सबसे अधिक 57 पारियां नंबर तीन पर खेली हैं।
उन्होंने ओपनिंग करते हुए आठ पारियों में लगभग 40 की औसत और 149 की स्ट्राइक-रेट के साथ 278 रन बनाए हैं जिसमें दो अर्धशतक शामिल रहे हैं। नंबर तीन पर उनका औसत 58.23, लेकिन स्ट्राइक-रेट 136 का ही है।
IPL में कोहली
IPL में ओपनर के तौर पर पांच शतक लगा चुके हैं कोहली
कोहली के पास IPL में ओपनिंग करने का काफी अच्छा अनुभव है और वह अब तक ओपनर के तौर पर 61 पारियां खेल चुके हैं। कोहली ने इन पारियों में लगभग 48 की औसत के साथ 2,354 रन बनाए हैं।
IPL में कोहली ने अपने सभी पांचों शतक ओपनिंग करते हुए ही लगाए हैं और इसके अलावा उन्होंने 15 अर्धशतक भी लगाए हैं। IPL में ओपनर के तौर पर 61 में से 12 पारियों में कोहली नाबाद रहे हैं।
फायदा
भारत के लिए फायदेमंद है कोहली का ओपनिंग करना
कोहली के ओपनिंग करने से भारतीय टीम ने एक अतिरिक्त गेंदबाज उतारने की छूट हासिल की थी और केएल राहुल को इस कारण बाहर बैठना पड़ा था। रोहित के साथ साझेदारी में कोहली ने लगभग प्रति गेंद एक रन बनाना जारी रखा था।
वह एक छोर संभालकर खेल रहे थे और दूसरे छोर से तेजी रन बन रहे थे। आंखें जमाने के बाद कोहली ने अंत में धुंआधार बल्लेबाजी की। यह रणनीति भारत को हमेशा फायदा दे सकती है।