ये हैं टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी टीम की सबसे खराब पांच पारियां
एडिलेड में खेले गए पहले डे-नाइट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आठ विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की है। पहली पारी में 53 रनों की बढ़त लेने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ही ढेर हो गई। इसके साथ ही भारत ने अपना सबसे कम स्कोर का अनचाहा रिकॉर्ड बनाया। आइए टेस्ट इतिहास के अब तक के पांच सबसे सबसे खराब पारियों पर एक नजर डालते हैं।
जब न्यूजीलैंड ने टेस्ट इतिहास का सबसे कम टीम स्कोर बनाया
1955 में ऑकलैंड में खेले गए टेस्ट में न्यूजीलैंड ने पहली पारी में जॉन रीड (73) के मदद से 200 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने कप्तान लियोनार्ड हटन (53) के अर्धशतक की मदद से 246 रन बनाकर 46 रनों की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में किवी टीम महज 26 रनों पर ही सिमट गई और टीम के पांच बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए थे। इंग्लैंड ने पारी और 20 रनों से मैच जीत लिया।
जब दक्षिण अफ्रीका पोर्ट एलिजाबेथ में सिर्फ 30 रन ही बना सकी
1896 में पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए टेस्ट में इंग्लैंड ने पहली पारी में 185 रन बनाए। जवाब में मेजबान दक्षिण अफ्रीका की टीम सिर्फ 93 रन ही बना सकी। पहली पारी में मिली 92 रनों की बढ़त के बाद इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 226 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को 319 रनों का लक्ष्य दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान प्रोटियाज टीम 30 रनों पर ही सिमट गई। इंग्लैंड ने 288 रनों से मैच जीता।
जब इंग्लैंड के सामने 30 रनों पर ही ढेर हुई दक्षिण अफ्रीका
1924 में बर्मिंघम में खेले गए टेस्ट में इंग्लैंड ने पहली पारी में 438 रनों का बड़ा स्कोर बनाया था। मेजबान टीम से पांच बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका 30 रन ही बना सकी और टीम का कोई भी बल्लेबाज दहाई का अंक भी नहीं छू सका। दूसरी पारी में फॉल-ऑन खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने कुछ संघर्ष किया और 390 रन बनाए। इंग्लैंड ने पारी और 18 रनों से मैच जीता।
]सिर्फ 35 रनों पर ही सिमट गई थी दक्षिण अफ्रीकी टीम
1899 में केपटाउन टेस्ट में इंग्लैंड ने पहली पारी में 92 बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने जिमि सिंक्लेर (106) की बदौलत 177 रन बनाए और 85 रनों की बढ़त हासिल की। पिछड़ने के बाद इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 330 रन बनाए और 246 रनों का लक्ष्य दिया। दक्षिण अफ्रीका अपनी दूसरी पारी में 22.4 ओवर खेलकर सिर्फ 35 रन ही बना सकी और अल्बर्ट (11) को छोड़कर कोई अन्य बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सका।
दोनों पारियों में 100 रन भी नहीं बना सकी दक्षिण अफ्रीकी टीम
1932 में मेलबर्न टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दोनों पारियों में शर्मनाक स्कोर किए और परिणामस्वरूप पारी और 72 रनों से मैच हारा था। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका सिर्फ 23.2 ओवर खेलकर 36 रन ही बना सकी। कप्तान जैक कैमरून ने सर्वाधिक 11 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने जवाब में 153 रन बनाकर 117 रनों की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में प्रोटियाज टीम सिर्फ 45 रन ही बना सकी।