यदि मेसी 'बैलन डे ऑर' के हकदार नहीं तो मैं फुटबॉल नहीं जानता- फिलिपे लुइस
एटलेटिको मैड्रिड के लिए खेलने वाले फुलबैक खिलाड़ी फिलिपे लुइस ने 2018 बैलन डे ऑर अवार्ड के बहस में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह अवार्ड लियोनल मेसी को मिलना चाहिए था। चैंपियन्स लीग जीतने और फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने के बाद लूका मॉड्रिच को इस प्रतिष्ठित अवार्ड से नवाजा गया था। हालांकि इसके बाद से ही इस बात को लेकर काफी बहस हो रही है कि मॉड्रिच से ज़्यादा मेसी यह अवार्ड डिज़र्व करते थे।
मेसी, रोनाल्डो को पछाड़ते हुए मॉड्रिच ने जीता था अवार्ड
क्रोएशिया तथा रियल मैड्रिड मिडफील्डर लूका मॉड्रिच ने दिसंबर की शुरुआत में 'बैलन डे ऑर' अवार्ड जीता था। यह अवार्ड जीतने वाले वह पहले क्रोएशियन खिलाड़ी हैं। मॉड्रिच ने लगातार 10 सालों से चले आ रहे क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी के राज को खत्म करते हुए यह अवार्ड जीता। मेसी और रोनाल्डो ने सबसे ज्यादा 5-5 बार यह अवार्ड जीता है। रोनाल्डो इस सूची मे दूसरे नंबर पर रहे तो वहीं मेसी को पांचवा स्थान मिला।
मेसी को हकदार नहीं मानने वाले गलत, या मुझे फुटबॉल का ज्ञान नहीं है- लुइस
भले ही मेसी सीधे तौर पर लुइस के क्लब और इंटरनेशनल राइवल हैं लेकिन लुइस ने उनकी खूब जमकर तारीफ की। लुइस ने कहा, "जिन्हें यह लगता है कि मेसी अवार्ड डिज़र्व नहीं करते, वे या तो गलत हैं या फिर मुझे फुटबॉल का ज्ञान नहीं है।" इसके अलावा लुइस ने कहा कि मेसी ने ला-लीगा और 'कोपा डेल रे' जीतने के अलावा यूरोप में सबसे ज़्यादा गोल दागे और असिस्ट भी किए तो क्यों उन्हें अवार्ड नहीं मिला।
क्लब के लिए शानदार रहा था मेसी का पिछला सीजन
लियोनल मेसी के लिए क्लब सीजन शानदार रहा था। बार्सिलोना ने ला-लीगा और 'कोपा डेल रे' दोनों खिताब जीते थे। हालांकि टीम को चैंपियन्स लीग में निराशा हाथ लगी थी। इसके अलावा नेशनल टीम के साथ भी मेसी का सफर अच्छा नहीं रहा था। अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल से ही बाहर होना पड़ा था लेकिन मेसी ने 2018 में यूरोप में सबसे ज़्यादा गोल दागने के लिए रिकॉर्ड पांचवी बार यूरोपियन गोल्डेन बूट अवार्ड जीता है।
बैलन डे ऑर क्या है और कब शुरू हुआ?
बैलन डे ऑर साप्ताहिक मैगजीन 'फ्रेंच फुटबॉल' द्वारा दिया जाने वाला सालाना फुटबॉल अवार्ड है। इसकी शुरूआत 1956 में की गई थी। 2010 से 2015 तक इस अवार्ड को फीफा के साथ मिला दिया गया था और तब इसे फीफा बैलन डे ऑर के नाम से जाना जाता था। अवार्ड देने के लिए उन खिलाड़ियों को चुना जाता है, जिन्होंने पिछले साल उस बढ़िया प्रदर्शन किया हो। हालांकि, विजेता की घोषणा वोटिंग के आधार पर होती है।