टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इन बल्लेबाजों ने जड़ा है सबसे तेज तिहरा शतक
टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज आमतौर पर धीमी बल्लेबाजी करते हैं। उन्हें स्ट्राइक रेट को लेकर ज्यादा सोचना नहीं होता। पूरी तरह निगाहें जम जाने के बाद ही वह बड़े-बड़े शॉट्स लगाते हैं। हालांकि, कई ऐसे भी बल्लेबाज हैं जो टेस्ट में भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हैं। उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह क्रिकेट का सबसे बड़ा प्रारूप खेल रहे हैं। इस बीच आइए टेस्ट में सबसे तेज तिहरा शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं।
वीरेंद्र सहवाग- 278 गेंद
साल 2008 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर आई थी। टेस्ट सीरीज का पहला मैच चेन्नई में खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 540 रन बना दिए थे। जवाब में सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सिर्फ 278 गेंदों में तिहरा शतक जड़ दिया। वह 304 गेंद में 319 रन बनाकर आउट हुए। उनके बल्ले से 42 चौके और 5 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 104.93 की रही थी। यह मुकाबला ड्रॉ रहा था।
मैथ्यू हेडन- 362 गेंद
इस सूची में दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज मैथ्यू हेडन हैं। उन्होंने जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2003 में 362 गेंद में तिहरा शतक जड़ा था। वह 437 गेंद में 380 रन बनाकर आउट हुए थे। उनके बल्ले से 38 चौके और 11 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 86.95 की रही थी। कंगारू टीम ने पहली पारी में 735/6 का स्कोर बनाया था। उसे मुकाबले में पारी और 175 रन से जीत मिली थी।
वीरेंद्र सहवाग- 364 गेंद
इस सूची में तीसरे स्थान पर भी भारतीय दिग्गज सहवाग ही हैं। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2004 में 309 रन की पारी खेली थी। यह भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में लगाया गया पहला तिहरा शतक था। उन्होंने 364 गेंद में अपना तिहरा शतक पूरा कर लिया था। सहवाग ने 39 चौके और 6 छक्के लगाए थे। उनकी स्ट्राइक रेट 82.40 की थी। भारतीय टीम को पारी और 52 रन से जीत मिली थी।
करुण नायर- 381 गेंद
इस सूची में चौथे स्थान पर भी भारतीय खिलाड़ी है। करुण नायर ने साल 2016 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 303* रन की पारी खेली थी। इंग्लैंड के 477 रन के जवाब में भारतीय टीम ने 759/7 का स्कोर बना दिया था। नायर ने अपना तिहरा शतक 381 गेंद में पूरा किया था। उन्होंने 32 चौके और 4 छक्के लगाए थे। उनकी स्ट्राइक रेट 79.52 की रही थी। भारतीय टीम को पारी और 75 रन से जीत मिली थी।