करुण नायर अगले घरेलू क्रिकेट सत्र में विदर्भ क्रिकेट टीम के लिए खेलेंगे
कर्नाटक क्रिकेट टीम एक प्रमुख खिलाड़ी करुण नायर ने घोषणा की है कि वह आगामी घरेलू भारतीय सीजन के लिए अपनी टीम बदलने के लिए तैयार हैं। सोशल मीडिया पर लिखी एक भावुक पोस्ट में नायर ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) को अलविदा कहने और विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (VCA) से जुड़ने के अपने फैसले का खुलासा किया। नायर की एक दशक से अधिक की क्रिकेट यात्रा कर्नाटक से जुड़ी रही है। आइए इस बारे में और अधिक जानते हैं।
KSCA के विश्वास और भरोसे से मैं कुछ हासिल कर पाया- नायर
टीम परिवर्तन के संबंध में नायर का पोस्ट कृतज्ञता से भरा नजर आया। उन्होंने उनकी प्रतिभा को निखारने और उन्हें आज एक क्रिकेटर के रूप में आकार देने में KSCA की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, "मैं इस अवसर पर पिछले दो दशकों में KSCA के साथ अपनी अविश्वसनीय यात्रा के लिए अपना हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। उनके विश्वास और भरोसे के कारण ही मैं कुछ हासिल कर पाया।"
"मैं सदैव KSCA का आभारी रहूंगा"
उन्होंने कहा, "मैं मेरे कोचों, कप्तानों और टीम के साथियों को विशेष धन्यवाद देना चाहता हूं। उनके सहयोग और उनके साथ खेलने का मुझे सौभाग्य मिला। एक क्रिकेटर के रूप में मेरे विकास में आपके नेतृत्व, मार्गदर्शन, समर्थन और विश्वास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिसके लिए मैं सदैव आभारी रहूंगा।" VCA में जाने का उनका निर्णय आगामी घरेलू सीजन में कैसा रहेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
घरेलू क्रिकेट में नायर के आंकड़े
नायर ने 2012 में कर्नाटक के लिए डेब्यू किया और एक साल के अंदर ही वह तीनों फॉर्मेट में टीम का हिस्सा बन गए थे। नायर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 48.94 की औसत से 15 शतक और 27 अर्धशतक की मदद से 5,922 रन बनाए। उन्होंने 90 लिस्ट-A क्रिकेट मैच में भी टीम का प्रतिनिधित्व किया और 30 से अधिक की औसत से 2 शतक और 12 अर्द्धशतक के साथ 2,119 रन बनाए।
भारत के दूसरे तिहरे शतकवीर हैं नायर
अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद नायर को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने के काफी सीमित मौके मिले। उनकी असाधारण प्रतिभा तब सामने आई जब उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार नाबाद 303 रन बनाए। वह वीरेंद्र सहवाग (दो बार) के बाद टेस्ट क्रिकेट में भारत के तिहरा शतक जमाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उन्होंने 6 टेस्ट में 62.33 की औसत से 374 रन और 2 वनडे मैचों में 23.00 की औसत से 46 रन बनाए।