सर्बियाई दिग्गज नोवाक जोकोविच का विंबलडन में कैसा रहा है प्रदर्शन? जानें आंकड़े
विश्व के नंबर एक पुरुष एकल टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच, विंबलडन 2021 में भी प्रबल दावेदारी पेश करेंगे। सर्बियाई दिग्गज इस साल के शुरुआती दोनों ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं और अच्छी फॉर्म में हैं। हाल ही में जोकोविच ने फ्रेंच ओपन 2021 जीता था। फाइनल में उन्होंने ग्रीक खिलाड़ी स्टेफानोस सिट्सीपास को हराते हुए खिताब अपने नाम किया था। उनका विंबलडन में शानदार रिकॉर्ड रहा है, उस पर एक नजर डालते हैं।
नडाल और फेडरर की बराबरी करना चाहेंगे जोकोविच
जोकोविच ने 19 ग्रैंड स्लैम जीते हैं और वह राफेल नडाल और रोजर फेडरर (20-20 ग्रैंड स्लैम) की बराबरी कर सकते हैं। नडाल के विंबलडन से हटने और फेडरर के घुटने की सर्जरी के बाद अभ्यास की कमी के चलते जोकोविच खिताब जीतने के लिए प्रबल दावेदार हैं। जोकोविच ने इस ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन जीत लिया है और वह ऐसे में ग्रैंड स्लैम की हैट्रिक लगाना चाहेंगे।
पांच बार विंबलडन खिताब जीत चुके हैं जोकोविच
सर्बियाई दिग्गज ने अपने करियर में अब तक पांच विंबलडन खिताब जीते हैं। उन्होंने साल 2011, 2014, 2015, 2018 और 2019 में विंबलडन खिताब अपने नाम किया है। अगर जोकोविच इस साल का तीसरा ग्रैंड स्लैम जीतने में सफल हो पाते हैं तो वह ब्योर्न बोर्ग (5) को पीछे छोड़ देंगे। केवल फेडरर (8) और पीट सम्प्रास (7) विंबलडन के मामले में जोकोविच से आगे हैं।
विंबलडन में ऐसा रहा है जीत-हार का रिकॉर्ड
जोकोविच का विंबलडन में जीत-हार का रिकॉर्ड 72-10 का है। वह छह बार विंबलडन के फाइनल में पहुचें हैं, जिसमें से सिर्फ 2013 में उन्हें एंडी मरे के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इसके अलावा वह विंबलडन में तीन सेमीफाइनल और दो क्वार्टर फाइनल में भी पहुंच चुके हैं। यह पहला मौका हो सकता है जब जोकोविच लगातार तीन विंबलडन जीत दर्ज कर सके। बता दें पिछले साल कोरोना के कारण विंबलडन नहीं खेला जा सका था।
ये कीर्तिमान बना सकते हैं जोकोविच
इस साल ऑस्ट्रेलियन और फ्रेंच ओपन दोनों खिताब जीतकर, जोकोविच स्लैम में पिछले 14 मैचों से अजेय बने हुए हैं। वह 2021 के विंबलडन में तीन और जीत के साथ 75 मैच जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे। 2018 के बाद से जोकोविच ने 13 ग्रैंड स्लैम में से सात जीते हैं। इस दौरान उन्होंने दो विंबलडन, उन्होंने तीन ऑस्ट्रेलियन ओपन, एक फ्रेंच ओपन और एक यूएस ओपन खिताब जीता है।